नई दिल्ली। सामान्य वर्ग के लोगों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए संविधान संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव को समाजवादी पार्टी का 2012 का मैनिफेस्टो याद दिलाया जिसमें सपा ने मुस्लिम आरक्षण की बात कही थी।
दरअसल बिल पर चर्चा के दौरान राम गोपाल यादव ने कहा था कि 10 प्रतिशत कोटा के तहत आने वाले लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है और लगभग सवर्णों में आने वाले 98 प्रतिशत गरीब इस कोटा के तहत आएंगे जिससे इस कोटा के तहत आवेदन करने वालों का मैरिट बहुत ज्यादा हो जाएगा और हो सकता है कि इस कोटा के तहत मैरिट सामान्य वर्ग से भी ज्यादा हो, ऐसे में कोटा की वाध्यता की वजह से ज्यादा मैरिट वाले लोग लाभ नहीं ले सकेंगे।
राम गोपाल यादव के इस सवाल के जवाब में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि आप तो मुस्लिम आरक्षण लेकर आने वाले थे, अगर मुस्लिम आरक्षण आता तो क्या ज्यादा मैरिट वाले लोग नहीं छूट जाते? इसपर सदस्यों ने पूछा कि मुस्लिम आरक्षण कब आया था? इसके जवाब में भाजपा अध्यक्ष ने राम गोपाल यादव को कहा कि आप अपना 2012 का मैनिफेस्टो उठाकर देख लें जिसमें आपने मुस्लिम आरक्षण की बात कही थी।