बहुजन समाज पार्टी (BSP) के नेशनल कोऑर्डिनेटर और उत्तराधिकारी के पद से हटाए जाने के बाद अब आकाश आनंद का बयान सामने आ गया है. आकाश आनंद ने मायावती के आदेश को सबसे ऊपर बताते हुए उसे स्वीकार किया है. उन्होंने मायावती को सर्वमान्य नेता भी बताया है.
दरअसल, 7 मई को बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर और अपने उत्तराधिकारी के पद से हटा दिया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसका ऐलान करते हुए कहा कि मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक फिलहाल उन्हें इन दोनों जिम्मेदारियों से अलग रखा जाएगा.
आदरणीय बहन @mayawati जी, आप पूरे बहुजन समाज के लिए एक आदर्श हैं, करोड़ों देशवासी आपको पूजते हैं। आपके संघर्षों की वजह से ही आज हमारे समाज को एक ऐसी राजनैतिक ताक़त मिली है जिसके बूते बहुजन समाज आज सम्मान से जीना सीख पाया है।
आप हमारी सर्वमान्य नेता हैं। आपका आदेश सिर माथे पे।…
— Akash Anand (@AnandAkash_BSP) May 9, 2024
मायावती ने क्या कहा?
मायावती ने अपनी पोस्ट में लिखा था, ‘विदित है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के आत्मसम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है, जिसके लिए कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी जिन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है.’
1. विदित है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है जिसके लिए मान्य. श्री कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी ज़िन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है।
— Mayawati (@Mayawati) May 7, 2024
दोनों जिम्मेदारियां छीनीं
बसपा चीफ ने आगे लिखा, ‘इसी क्रम में पार्टी में अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही आकाश आनन्द को नेशनल कोऑर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया. किन्तु पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है.’
पीछे नहीं हटना है: मायावती
मायावती ने आगे लिखा, ‘जबकि इनके पिता आनन्द कुमार पार्टी व मूवमेन्ट में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेंगे. अतः बीएसपी का नेतृत्व पार्टी व मूवमेन्ट के हित में एवं बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है.’