– स्त्री मन की व्यथा को व्यक्त करने वाली अनुपम कृति है ‘रुक्मिणी-कृष्ण रहस्य’
– आईआईसी में डॉ नीलम वर्मा की पुस्तक ‘रुक्मिणी- कृष्ण रहस्य’ का हुआ लोकार्पण
नई दिल्ली। इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आज कवयित्री तथा हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. नीलम वर्मा की काव्य पुस्तक ‘रुक्मिणी- कृष्ण रहस्य’ का लोकार्पण हुआ। ‘प्रस्तुति खुला मंच’ के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में अपनी पुस्तक की सृजन प्रक्रिया के बारे में चर्चा करते हुए डॉ. नीलम वर्मा ने बताया कि उनकी यह पुस्तक कृष्ण की पटरानी रुक्मिणी के मन की वेदना की काव्यात्मक प्रस्तुति है। या यूं कहें कि रुक्मिणी कृष्ण रहस्य कृष्ण की पटरानी रुक्मिणी के मनोदवेग व वेदना की प्रस्तुति है। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ हरीश नवल ने अपने प्रेषित संदेश में कहा कि यह पुस्तिका स्त्री मन की व्यथा को व्यक्त करने वाली अनुपम कृति है
मुख्य अतिथि डॉ. दिविक रमेश ने पुस्तक के संदर्भों पर विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम की संचालिका वरिष्ठ लेखिका एवं समीक्षक अनीता वर्मा ने पुस्तक की कविताओं का पाठ करते हुए कहा कि मुक्त छंद में लिखी गई यह काव्य संरचना बड़े सशक्त तरीक़े से रुक्मिणी के हृदय की वेदना व्यक्त करती है। वरिष्ठ गीतकार डॉ. रमा सिंह ने पुस्तक को रुक्मिणी कृष्ण के संबंधों को विस्तार देने वाली पुस्तक कहा। वाराणसी एयरपोर्ट की पूर्व निदेशक और लेखक आर्यामा सान्याल ने पुस्तक को स्त्री मन की उथल-पुथल को व्यक्त करने वाला काव्य कहा।उन्होंने पुस्तक को स्त्री मन की व्यथा को व्यक्त करने वाली अनुपम कृति बताया।
इस अवसर पर कई साहित्यकारों व लेखकों ने अपनी विशेष उपस्थिति दर्ज की। कार्यक्रम में डॉ मंजु गुप्ता, निशाभार्गव, उमा मालवीय, डॉ सुबोध कुमार, सुनील डांग की उपस्थिति ने विशेष गरिमा प्रदान की।