6 दिसंबर को इनकम टैक्स विभाग ने कांग्रेस सांसद धीरज साहू से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की थी। यह रेड तीन राज्यों के दर्जनों जगहों पर कई दिनों तक जारी रहा। रेड की तस्वीरें जब सामने आईं तो लोग दंग रह गए। नोटों की गड्डियों से अलमारियां भरी पड़ी थीं। साहू के ठिकानों से नोट से भरे 176 बैग बरामद किए गए। तीन बैंक के करीब 80 कर्मचारी नोट गिनने वाली 40 मशीनों के साथ कैश की गिनती शुरू किए। आयकर विभाग ने कुल 351 करोड़ रुपए जब्त किए। ऐसा भारत के इतिहास में पहली बार हुआ था। लेकिन साहू के ठिकानों से सिर्फ कैश ही नहीं निकला, बेहिसाब गहनों के साथ-साथ और भी कई चीजें जब्त की गई हैं।
इनकम टैक्स विभाग ने एक बयान जारी कर इस छापेमारी के बारे में जानकारी दी है। धीरज साहू के ठिकानों से कई दस्तावेज और डिजिटल डेटा के रूप में कई सबूत जब्त किए गए हैं। इन आपत्तिजनक दस्तावेजों और डेटा में कैश के लेन-देन का जिक्र है। साथ ही धीरज साहू के बिजनेस से जुड़ी कई अहम जानकारियां भी इसमें मौजूद हैं।
गहनों की क्या कीमत?
धीरज साहू के ठिकानों से 351 करोड़ रुपए कैश बरामद किए गए। आयकर विभाग ने एक साथ एक ऑपरेशन में इतनी रकम कभी नहीं जब्त की थी। दस्तावेज और डिजिटल डेटा के साथ-साथ आयकर विभाग ने गहनों को भी जब्त किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2.80 करोड़ रुपए से अधिक के गहने साहू के ठिकानों से बरामद हुए हैं।
इस रेड के कई दिनों बाद कांग्रेस सांसद धीरज साहू कैमरे के सामने भी आए थे। उन्होंने तब कहा कि यह पैसे पूरी तरह से मेरे परिवार के लोगों के हैं, यह कांग्रेस या किसी भी पार्टी का पैसा नहीं है। साहू ने इस रेड का जिक्र करते हुए कहा कि इस घटना के बाद उनके दिल पर चोट पहुंची है। उन्होंने अपने परिवार के बारे में बताया और कहा कि छापेमारी के दौरान मैं दिल्ली में ही था लेकिन शर्म के मारे मैं सामने नहीं आया।