नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में दिल्ली पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस घटना के मास्टरमाइंड बताए जा रहे ललित झा की पुलिस रिमांड मांगते हुए कोर्ट में ये खुलासा दिल्ली पुलिस ने किया। दिल्ली पुलिस ने ललित झा का जो रिमांड नोट कोर्ट में पेश किया है, उससे संसद में सेंध लगाने वालों के इरादे जाहिर हुए हैं। दिल्ली पुलिस ने संसद की सुरक्षा में सेंध के मास्टरमाइंड ललित झा और उसके साथियों के बारे में पटियाला हाउस कोर्ट में बताया कि इन सभी का इरादा देश में अशांति पैदा करना और सांसदों को डराना था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक ललित झा, नीलम, अमोल शिंदे, सागर शर्मा और मनोरंजन डी ने संसद की सुरक्षा में सेंध लगाकर सरकार से अपनी मांगों को मनवाने की साजिश रची थी। दिल्ली पुलिस ने इन सभी पर साजिश रचने और आतंकवाद विरोधी यूएपीए के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की है।
इस बीच, संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में राजनीति भी जमकर हो रही है। विपक्षी दलों ने जहां गृहमंत्री अमित शाह के बयान की मांग पर संसद में हल्ला मचा रखा है। वहीं, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी का कहना है कि संसद में सुरक्षा का मसला स्पीकर के अधीन आता है। इस मामले में सरकार की तरफ से बयान नहीं दिया जा सकता। प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि संसद की सुरक्षा में सेंध के मसले पर सभी पार्टियों को एकराय रखनी चाहिए और इसमें सियासत नहीं होनी चाहिए। उधर, बीजेपी लगातार ये कह रही है कि ललित झा समेत आरोपियों की विपक्षी नेताओं के साथ फोटो और उनके कार्यक्रमों में जाने के सबूत हैं। यानी बीजेपी ये साबित करने में जुटी है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले विपक्षी खेमे से जुड़े हुए हैं।
बता दें कि बीती 13 दिसंबर को संसद पर आतंकी हमले की बरसी थी। इस दौरान दोपहर 12.30 बजे संसद भवन के बाहर आरोपी नीलम और अमोल शिंदे ने नारेबाजी कर धुएं वाली स्टिक जलाई थी। उनको तुरंत गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद ही लोकसभा की विजिटर गैलरी से नीलम और अमोल के साथी सागर शर्मा और मनोरंजन डी सदन में कूदे थे और वहां भी नारेबाजी करते हुए उन्होंने धुएं वाली स्टिक जला दी थी। दोनों को सांसदों और सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ा था। वहीं, घटना का वीडियो बनाने वाला ललित झा मौके से फरार हो गया था। बाद में उसने दिल्ली पुलिस के सामने गुरुवार रात को सरेंडर किया।