यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान आने के बाद विपक्षी दलों ने इस पर टिप्पणी शुरू कर दी है। एआईएमआईएम नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इसको लेकर ट्वीट किया है। अपने इस ट्वीट में ओवैसी ने लिखा है कि नरेंद्र मोदी ने तीन तलाक, यूनिफॉर्म सिविल कोड और पसमांदा मुसलमानों पर कुछ टिप्पणी की है। लगता है मोदी जी ओबामा की नसीहत को ठीक से समझ नहीं पाए। इतना ही नहीं, ओवैसी ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि मोदी जी ये बताइए कि क्या आप हिन्दू अविभाजित परिवार (HUF) को खत्म करेंगे? इसकी वजह से देश को हर साल 3 हजार 64 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।
पीएम को संबोधित इस ट्वीट में ओवैसी ने आगे लिखा कि एक तरफ आप पसमांदा मुसलमानों के लिए घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। दूसरी तरफ आपके प्यादे उनकी मस्जिदों पर हमला कर रहे हैं, उनका रोजगार छीन रहे हैं, उनके घरों पर बुलडोजर चला रहे हैं। उनकी लिंचिंग के जरिए हत्या कर रहे हैं और उनके आरक्षण की मुखालिफत भी कर रहे हैं। आपकी सरकार ने गरीब मुसलमानों की स्कॉलरशिप खत्म कर दी। ओवैसी ने लिखा कि अगर पसमांदा मुसलमान का शोषण हो रहा है तो आप क्या कर रहे हैं? पसमांदा मुसलमान का वोट मांगने से पहले आपके कार्यकर्ता को घर-घर जाकर माफी मांगनी चाहिए कि आपके प्रवक्ता और विधायक ने हमारे नबी-ए-करीम की शान में गुस्ताखी की।
पूछा-पाकिस्तान से प्रेरणा क्यों?
ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा कि पाकिस्तान का हवाला देते हुए मोदी जी ने कहा है के वहां तीन तलाक पर रोक है। मोदी जी को पाकिस्तान के कानून से इतनी प्रेरणा क्यों मिल रही है? आपने तो यहां तीन तलाक के खिलाफ कानून भी बना दिया, लेकिन उसका जमीनी स्तर पर कुछ फर्क नहीं पड़ा। बल्कि महिलाओं पर शोषण और बढ़ गया है। हम तो हमेशा से मांग कर रहे हैं कि कानून से समाज-सुधार नहीं होगा। अगर कानून बनाना ही है तो उन मर्दों के खिलाफ बनाना चाहिए जो शादी के बाद भी अपनी पत्नी को छोड़ कर फरार हो जाते हैं।