बरेली/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बरेली में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहाँ के डॉक्टर जावेद खान ने जीभ का ऑपरेशन कराने आए एक हिंदू बच्चे का जबरन खतना कर दिया। इस परिवार को इसका पता चला तो हंगामा मच गया। हिंदू संगठन भी अस्पताल के बाहर पहुँचकर नारेबाजी करने लगी।
अब कहा जा रहा है कि अस्पताल प्रशासन पीड़ित बच्चे के माता-पिता पर समझौते का दबाव बना रहा है। घटना सामने आने के बाद पुलिस एक्शन शुरू हो गया है। पुलिस ने बताया कि जाँच कमेटी गठित कर दी गई है और नियमानुसार विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
बेहद चौंकाने वाला
UP बरेली में डॉक्टर 'जावेद खान' की हैवानियत आई सामने इलाज कराने पहुँचे 3 साल के मासूम हिन्दू बच्चे का कर दिया खतना। जीभ के ऑपेरशन के लिए बच्चे को अस्पताल लेकर पहुँचे थे माता-पिता। मां-बाप पर समझौते का दबाब बनाने में जुटा हैवान। pic.twitter.com/iwfn9YtSuA
— हम लोग We The People (@ajaychauhan41) June 23, 2023
दरअसल, थाना बारादरी के संजय नगर निवासी हरिमोहन यादव का ढाई – तीन साल का बेटा सम्राट बोल नहीं पाता था। वह तुतलाता था। इससे यादव बहुत परेशान रहते थे। एक दिन उन्हें किसी ने सलाह दी कि यदि वे अपने बेटे की जीभ का ऑपरेशन करा दें तो वह बोल पाएगा।
हरिमोहन यादव बच्चे की जीभ का ऑपरेशन कराने के लिए डेलापीर स्थित एक निजी अस्पताल ले गए। ऑपरेशन के लिए डॉक्टरों ने बच्चे को भर्ती करा लिया। हरिमोहन का आरोप है कि डॉक्टर ने उनके बेटे की जीभ का ऑपरेशन करने के बजाय खतना कर दिया। जब उन्हें इस बारे में पता चला तो वह हैरान रह गए।
हरिमोहन का आरोप है कि डॉक्टरों ने यह सब जान-बूझकर किया है और उनके बच्चे को हिंदू से मुस्लिम बना दिया। उन्होंने कहा कि अस्पताल वाले उन पर समझौते का दबाव बना रहे थे, लेकिन वह आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करेंगे, ताकी इस तरह से डॉक्टर आगे से अन्य किसी के साथ ऐस घटना को अंजाम ना दे सकें।
कारपेंटर हरिमोहन यादव ने कहा कि डॉक्टर के मन में बच्चे को हिंदू से मुसलमान बनाना था, इसीलिए नाम पूछा गया। वहीं, हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने इस घटना के बाद जमकर हंगामा किया है। उनका कहना है कि हिंदू समाज के बच्चे की सुन्नत कर दी गई है।
वहीं एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि थाना बारादरी क्षेत्रान्तर्गत स्थित हास्पिटल डॉ एम खान हॉस्पिटल में परिजन अपने ढाई साल के बच्चे के जीभ के आपरेशन के लिए ले गए थे। वहाँ जीभ के आपरेशन की बजाय बच्चे का खतना कर दिया गया है। इस संबंध में एक प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ है। प्रार्थना पत्र की जाँच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है।