भारत में कम्युनिस्टों की तब बांछें खिल गईं जब उनके कामरेड आका कम्युनिस्ट चीन में शी जिनपिंग के तीसरी बार राष्ट्रपति बनने की घोषणा हुई। केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने खुशी से उछलते हुए शी के नाम फौरन केरल के मुख्यमंत्री के आधिकारिक हैंडल से बधाई का ट्वीट कर दिया। और उन्होंने शी जिनपिंग को सिर्फ बधाई ही नहीं दी, बल्कि यहां तक लिखा कि ‘उनके नेतृत्व में चीन की खुशहाली और बढ़े’।
चीन की समृद्धि की कामना करके भारत के कामरेड पिनरई शायद गहरे संतोष का अहसास कर रहे होंगे। आखिर उस चीन में जिनपिंग लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं जिसके कथित धड़कन लेने पर केरल के कम्युनिस्टों की सांसें चलती होंगी। नहीं तो कोई कारण नहीं था कि केरल के मुख्यमंत्री के आधिकारिक हैंडल से ‘बधाई’ का वह ट्वीट किया जाता।
मुख्यमंत्री विजयन ने चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग को ‘लाल बधाई’ दी है। जिनपिंग को शुभकामनाएं और बधाई देने वाले अपने ट्वीट में विजयन ने लिखा है कि ‘चीन और खुशहाल हो।’ ट्वीट में विजयन ने शी जिनपिंग तथा चीन की तारीफों के पुल भी बांधे हैं। कल यानी 12 मार्च को किए अपने ट्वीट में वे लिखते हैं,”एक बार फिर पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के राष्ट्रपति के रूप में चयनित होने पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग को क्रांतिकारी बधाई। बेशक यह सराहना योग्य बात है कि चीन विश्व राजनीति में एक मुख्य आवाज के तौर पर उभरा है। चीन को और खुशहाल बनाने के बराबर हो रहे प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।”
नेशनल पीपुल्स कांग्रेस यानी एनपीसी ने 69 साल के चीन के सर्वोच्च कम्युनिस्ट नेता राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अगले पांच साल के लिए लगातार तीसरी बार सर्वसम्मति चुना है। चीन की सत्तासीन कम्युनिस्ट पार्टी ने गत वर्ष अक्तूबर माह में अपने अधिवेशन में जिनपिंग को सीपीसी का नेता चुन लिया था। हर पांच साल में सीपीसी एक अधिवेशन करके अपना नेता चुनती आई है। माओ त्से तुंग के बाद जिनपिंग ही एकमात्र नेता हैं जो दस साल से ज्यादा वक्त के लिए राष्ट्रपति बनेंगे।
उल्लेखनीय है कि गत 10 मार्च को चीन की संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस यानी एनपीसी ने 69 साल के चीन के सर्वोच्च कम्युनिस्ट नेता राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अगले पांच साल के लिए लगातार तीसरी बार सर्वसम्मति चुना है। चीन की सत्तासीन कम्युनिस्ट पार्टी ने गत वर्ष अक्तूबर माह में अपने अधिवेशन में जिनपिंग को सीपीसी का नेता चुन लिया था। हर पांच साल में सीपीसी एक अधिवेशन करके अपना नेता चुनती आई है। माओ त्से तुंग के बाद जिनपिंग ही एकमात्र नेता हैं जो दस साल से ज्यादा वक्त के लिए राष्ट्रपति बनेंगे।