बरेली/लखनऊ। बरेली जिले के बहेड़ी थाने में सिपाहियों की मोहब्बत पर बवाल और गोली चलने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सरकार को घेरने की कोशिश की। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षा प्रदान करने वाली पुलिस शोहदा बन गई है। अब सुरक्षा कौन करेगा। इसको लेकर किरकिरी होने के बाद डीजीपी ने बरेली के पुलिस अधिकारियों से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने कहा कि मामले में पहले कार्रवाई क्यों नहीं की गई। इसको लेकर पूरा माहौल गरमा गया है। हालांकि डीजीपी ने भी पूरे मामले की रिपोर्ट बरेली के पुलिस अधिकारियों से तलब की है।
ये है पूरा मामला
बहेड़ी थाने में एक महिला सिपाही का थाने के मुंशी मोनू के साथ अफेयर चल रहा था। वह उसे मार्केट में घुमाने ले जाता था। शॉपिंग कराता था। उनका साथ बाइक पर आना-जाना था। दूसरे सिपाही योगेश और मनोज को ये बातें नागवार गुजरीं। उन्होंने उनके फोटो और वीडियो बनाये। इसके बाद उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया। इसको लेकर दोनों में कहासुनी हुई। गुस्से में आकर मोनू ने दरोगा की पिस्टल से थाने में ही फायरिंग कर दी थी। इंस्पेक्टर समेत अन्य इसे दबाने में लग गए। बवाल बढ़ने पर एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने इंस्पेक्टर बहेड़ी सत्येंद्र सिंह भड़ाना, इंस्पेक्टर क्राइम अनिल कुमार, सिपाही मोनू, मनोज और योगेश को सस्पेंड कर दिया था। मामले में महिला सिपाही के खिलाफ पुलिस अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की।
महिला सिपाही का वर्दी और शॉपिंग मॉल के दौरान फैंसी ड्रेस के फोटो को जोड़ करके वीडियो बनाई गई है। वीडियो में बैकग्राउंड म्यूजिक में ओ गोरीए गोली चल जावेगी… गाना डालकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। पूरे प्रदेश में फोटो और वीडियो वायरल होने के बाद बाहरी जिलों से अभी फोन आने लगे हैं। इसको लेकर बरेली पुलिस की सोशल मीडिया और मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर जमकर फजीहत हो रही है।