बीसीसीआई ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज के लिए 18 सदस्यीय भारतीय टीम का ऐलान कर दिया है. रोहित शर्मा टीम के कप्तान होंगे. वहीं, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और युजवेंद्र चहल को आराम दिया गया है. चोट के कारण बाहर बाहर चल रहे कुलदीप यादव और केएल राहुल का भी इस टीम में नाम है. लेकिन, यह दोनों फिटनेस टेस्ट पास होने के बाद ही टीम से जुड़ पाएंगे. इस टीम में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को भी शामिल किया गया है. उनकी करीब 8 महीने बाद भारतीय टी20 टीम में वापसी हुई है. अश्विन ने पिछला टी20 मुकाबला 19 नवंबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था. इसके बाद से भारत ने वेस्टइंडीज, श्रीलंका, साउथ अफ्रीका, आयरलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में मुकाबला किया है.
अश्विन ने पिछले साल यूएई में संपन्न हुए टी20 विश्व कप में हिस्सा लिया था. तब उनकी 4 साल बाद टी20 टीम में वापसी हुई थी. हालांकि, सेलेक्शन कमेटी के इस फैसले से हर कोई हैरान था और सभी के मन में यही सवाल था कि कैसे 4 साल बाद इस ऑफ स्पिनर की टी20 टीम में वापसी हुई? दरअसल, तब विराट कोहली टीम के कप्तान थे और उप-कप्तान रोहित शर्मा. रोहित ने ही अश्विन की टी20 टीम में वापसी में अहम भूमिका निभाई थी. तब रोहित ने अश्विन के अनुभवी होने की दलील देकर उनकी टीम में वापसी कराई थी. उनका विश्व कप में प्रदर्शन अच्छा रहा था.
आर अश्विन को पिछले साल टी20 विश्व कप में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरुआती मुकाबलों में प्लेइंग-XI में शामिल नहीं किया गया था. उनके स्थान पर मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को खिलाया गया था. लेकिन, वो अपनी छाप नहीं छोड़ पाए और भारत यह दोनों मैच हार गया था. इसके बाद अश्विन को बाकी मैच 3 मैच में खेलने का मौका मिला और इसमें उन्होंने 12 ओवर गेंदबाजी की थी और 10.50 के औसत से 6 विकेट झटके थे. उनका इकोनॉमी रेट भी 6 रन प्रति ओवर से कम था.
इसके बाद उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में मौका मिला था जबकि टी20 विश्व कप में खराब प्रदर्शन के बाद से ही वरुण चक्रवर्ती भारत के लिए एक भी टी20 नहीं खेल पाए हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के 2 मैच में अश्विन ने किफायती गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट झटके थे.
अश्विन को वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच टी20 मैचों की सीरीज में चुने जाने का मतलब यह है कि सेलेक्टर्स उन्हें टी20 विश्व कप की टीम में चुने जाने के एक दावेदार के रूप में देख रहे हैं. वरुण चक्रवर्ती के खराब प्रदर्शन और टी20 स्पेशलिस्ट वॉशिंगटन सुंदर का बार-बार चोटिल होना अश्विन के लिए बड़ा मौका लेकर आया है.
अगर वो वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो वो टी20 विश्व कप में युजवेंद्र चहल के जोड़ीदार के रूप में नजर आ सकते हैं. चहल आईपीएल 2022 में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे. वहीं, भारतीय टी20 में वापसी के बाद से ही लगातार अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं. वो इस साल अब तक 15 विकेट ले चुके हैं. ऐसे में फर्स्ट चॉइस स्पिनर के रूप में उनकी विश्व कप की टीम में जगह करीब-करीब पक्की है.
अश्विन की ताकत पावरप्ले में गेंदबाजी
अश्विन की सबसे बड़ी ताकत है पावरप्ले में उनकी गेंदबाजी. वो नई गेंद से विकेट लेने के साथ ही रन रोकने में भी सक्षम हैं. उनके पास दबाव में गेंदबाजी करने का हुनर है. आईपीएल में भी उन्होंने 141 के स्ट्राइक रेट से 191 रन बनाने के साथ 12 विकेट भी झटके थे. यानी एक गेंदबाज और बल्लेबाज दोनों के रूप में वो टीम के काम आ सकते हैं.