मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना का किला ढहता नजर आ रहा है. एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद महाराष्ट्र की सत्ता गंवा चुकी शिवसेना के हाथ से एक एक कर नगर निगम और नगर पालिकाएं भी जाने लगी हैं. दरअसल, कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका में शिवसेना के 55 कॉर्पोरेटरों ने एकनाथ शिंदे गुट को समर्थन दिया है. खास बात ये है कि कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका के अध्यक्ष राजेश मोरे भी शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं. उधर, सुप्रीम कोर्ट 11 जुलाई को उद्धव ठाकरे के गुट से लगाई गई उस याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है, जिसमें एकनाथ शिंदे के सीएम बनने को चुनौती दी गई है.
महाराष्ट्र में शिवसेना के लिए ये बड़ा झटका माना जा रहा है. दरअसल, इससे पहले नवी मुंबई में शिवसेना के 32 कॉर्पोरेटरों ने एकनाथ शिंदे से मिलकर अपना समर्थन दिया था. वहीं, गुरुवार को ठाणे नगर निगम में शिवसेना के 67 में 66 कॉर्पोरेटर एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो गए थे.
9 नगर निगमों से तीन पर शिवसेना को झटका
मुंबई महानगर क्षेत्र में मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, कल्याण-डोंबिवली, उल्हासनगर, मीरा भायंदर, वसई-विरार, पनवेल और भिवंडी निजामपुर जैसी 9 महत्वपूर्ण नगर निगम हैं. ठाणे में एकनाथ शिंदे की पकड़ मजबूत मानी जाती है. लेकिन अब एकनाथ शिंदे ने 3 नगर निगम पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है. माना जा रहा कै कि आने वाले समय में यह संख्या और बढ़ सकती है.
बगावत कर सीएम बने एकनाथ शिंदे
एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र विधानपरिषद के चुनाव नतीजों के बाद बगावत कर दी थी. वे शिवसेना के बागी विधायकों के साथ सूरत पहुंचे. यहां से वे गुवाहाटी पहुंचे. यहां शिवसेना के और बागी विधायक भी उनके खेमे में पहुंच गए. शिवसेना में टूट के चलते उद्धव के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई. इसके बाद एकनाथ शिंदे बीजेपी के समर्थन से राज्य के सीएम बने हैं. वहीं, देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम हैं. एकनाथ शिंदे के खेमे में 50 विधायक हैं. इनमें शिवसेना के 40 विधायक और 10 निर्दलीय विधायक शामिल हैं.