नई दिल्ली। राजनीति में कुछ भी सहज नहीं होता। इसका एक उदाहरण हरियाणा में एक सीट के लिए होने जा रहे राज्यसभा चुनाव में भी मिल सकता है। आखिरी वक्त में मीडिया समूह आईटीवी नेटवर्क के मालिक कार्तिकेय शर्मा ने नामांकन दाखिल कर दिया है। न्यूजएक्स चैनल भी इस समूह के अंतर्गत ही आता है। उनका मुकाबला कांग्रेस के सीनियर नेता अजय माकन से होगा। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक राज्यसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर क्रॉस वोटिंग हो सकती है। 41 साल के कार्तिकेय शर्मा आईटीवी नेटवर्क के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं और पूर्व कांग्रेसी एवं मौजूदा दौर में भाजपा नेता विनोद शर्मा के बेटे हैं।
विनोद शर्मा कांग्रेस के सीनियर नेता रहे हैं। वह 1999 में कांग्रेस की हरियाणा यूनिट के सीनियर नेता थे, जब उनके बेटे मनु शर्मा को दिल्ली की मॉडल जेसिका लाल की हत्या के आरोप में जेल जाना पड़ा था। मॉडल ने मनु शर्मा को ड्रिंक ऑफर करने से इनकार कर दिया था, जिसके चलते मनु शर्मा ने गोली मार दी थी। मनु शर्मा को जून 2020 में पेरोल पर रिलीज किया गया था। फिलहाल उनके पिता विनोद शर्मा भले ही भाजपा में हैं, लेकिन अब भी उनके तमाम कांग्रेसियों से संबंध हैं। कांग्रेस के एक अन्य पूर्व नेता ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर क्रॉस वोटिंग भी हो सकती है।
गुलाम नबी आजाद से भी है कार्तिकेय का कनेक्शन
किसी भी उम्मीदवार को हरियाणा में राज्यसभा सीट जीतने के लिए 30 वोट हासिल करना जरूरी है और कांग्रेस के पास सूबे में 31 मत हैं। हालांकि किसी की भी नजर कुलदीप विश्नोई पर नहीं हैं, जो बीते कुछ वक्त से नाराज हैं। पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा को हरियाणा कांग्रेस का पूर्व कंट्रोल मिल गया है, जिसके चलते कुलदीप विश्नोई परेशान चल रहे हैं। कहा जा रहा है कि कुलदीप विश्नोई ही नहीं विनोद शर्मा राज्य के कुछ और विधायकों को तोड़ सकते हैं। रोचक तथ्य यह भी है कि कार्तिकेय शर्मा गुलाम नबी आजाद के बेटे के क्लासमेट भी रहे हैं।
कांग्रेस को सता रही होगी 2016 के चुनाव की याद
बता दें कि गुलाम नबी आजाद भी राज्यसभा की रेस में थे, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया है। यही नहीं वह सितंबर 2020 तक हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी भी थे। यही नहीं कार्तिकेय के ससुर कुलदीप शर्मा 2019 तक कांग्रेस के विधायक थे। ऐसे में निर्दलीय ही चुनाव में उतरे कार्तिकेय शर्मा बड़ा गेम खेल सकते हैं। बड़ी संख्या में विधायकों को तोड़कर वह अजय माकन का खेल बिगाड़ सकते हैं। कार्तिकेय के नामांकन ने 2016 की याद दिला दी है, जब सुभाष चंद्रा मैदान में उतरे थे और कई कांग्रेस विधायकों को वोटिंग में गलत स्याही के इस्तेमाल के चलते अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इस बार सुभाष चंद्रा ने राजस्थान से नामांकन दाखिल कर दिया है।