नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी को आज मंगलवार को दो युवा नेता मिल गए. बिहार से आने वाले लेफ्ट नेता कन्हैया कुमार और गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी ने राहुल गांधी की उपस्थिति में कांग्रेस का दामन थाम लिया.
कन्हैया कुमार के लंबे वक्त से कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन अब जाकर आधिकारिक तौर पर ये ज्वाइनिंग हो रही है. कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी के स्वागत के लिए दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के दफ्तर के बाहर पोस्टर भी लगाए गए हैं, जिनमें कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भी तस्वीर है.
Shri @RahulGandhi with Shri #KanhaiyaKumar and Gujarat MLA Shri @jigneshmevani80 at Shaheed-E-Azam Bhagat Singh Park, ITO, Delhi. pic.twitter.com/POlyraX8Wo
— Congress (@INCIndia) September 28, 2021
आपको बता दें कि कन्हैया कुमार लेफ्ट पार्टी की ओर से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं और हार भी चुके हैं. वहीं अगर जिग्नेश मेवाणी की बात करें तो वो गुजरात से निर्दलीय विधायक हैं.
मनीष तिवारी ने उठाए सवाल
हालांकि कांग्रेस के सांसद और वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने कन्हैया कुमार की एंट्री पर सवाल खड़े किए हैं. मनीष तिवारी ने ट्वीट कर लिखा कि कुछ कम्युनिस्ट नेताओं के कांग्रेस में आने की अटकलें चल रही हैं. ऐसे में 1973 में छपी ‘कम्युनिस्ट इन कांग्रेस’ पढ़ी जानी चाहिए, चीज़ें जितनी बदलती हैं उतनी ही समान लगती हैं.
कांग्रेस पर भड़की भाजपा
भारतीय जनता पार्टी ने कन्हैया और जिग्नेश की एंट्री के बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर लिखा कि सर्जिकल स्ट्राइक की एनिवर्सिरी पर कांग्रेस ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ वाले कांग्रेस कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी को स्वीकार कर रही है. ये कोई संयोग नहीं है, भारत के करने वालों के साथ हाथ मिलाना कांग्रेस की आदत है.