लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव को युद्ध की तरह लड़ने की सलाह देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय जनता पार्टी के मीडिया विभाग को समझाया कि उसकी भूमिका बहुत अहम होगी। प्रदेश से जिला स्तर तक के मीडिया प्रभारी और प्रवक्ताओं को चुनावी मंत्र दिया कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा किए गए विकास व जनकल्याण के काम बार-बार जनता को याद दिलाएं। आगाह किया कि भाजपा सरकार की उपलब्धियों का श्रेय कहीं विरोधी न ले जाएं। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पाठ पढ़ाया कि ईमानदार नेतृत्व की छवि को निचले स्तर तक पहुंचाना होगा। लगातार उसकी चर्चा करनी होगी।
कुछ माह बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव की तैयारी में भाजपा अपने प्रवक्ताओं और मीडिया प्रभारियों के तरकश को मजबूत तर्कों से सजा देना चाहती है। इसके लिए सोमवार को प्रदेश, क्षेत्र और जिला स्तर के प्रवक्ता व मीडिया प्रभारियों की प्रशिक्षण कार्यशाला पार्टी मुख्यालय में आयोजित की गई। इसकी शुरुआत सुबह उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने की, जबकि समापन सत्र को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने संबोधित किया। योगी ने कहा कि जनता स्वीकार कर रही है कि भाजपा सरकार ने जनहित में बहुत काम किया है। इसके बावजूद कई बार हमारे लोग अपनी बात प्रभावी ढंग से मीडिया या किसी बहस में रखने की बजाए बैकफुट पर नजर आते हैं। आम जनता को अपने काम याद दिलाने होंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश का राजनीतिक एजेंडा बदल दिया है। सात वर्षों में जनकल्याण की जितनी योजनाएं आई हैं, उन पर चर्चा होनी चाहिए। योगी ने मीडिया टीम को समझाया कि गरीबों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना में आवास मिले हैं। कुछ लाभार्थी यही समझते होंगे कि प्रधान ने आवास दिया दिया है। प्रधान भाजपा का हो, तब कोई समस्या नहीं, अन्यथा विरोधी हमारे काम का श्रेय ले जाएंगे। ऐसे में जनता को अहसास कराना होगा कि उन्हें आवास और शौचालय मोदी ने दिया है। जनता के लिए कोई भी मुद्दा तभी तक होता है, जब तक काम स्वीकृत न हो, इसलिए शिलान्यास, प्रगति और लोकार्पण तक वह काम जनता को याद दिलाना होगा। सरकार के साढ़े चार वर्ष पूरे होने पर विधानसभा स्तर पर क्षेत्रीय काम की चर्चा जरूर करें।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में जब हमने सत्ता संभाली थी तब बिजली नहीं आती थी। अब 18 से 22 घंटे बिजली आती है। अब तो सभी को बदलाव दिखाई देता है। हम तो मेरठ तक में रैपिड रेल ला रहे हैं। 1947 से 2016 तक प्रदेश में केवल 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज खुल पाए थे। हम आज प्रदेश में लगभग हर जनपद में एक नया मेडिकल कॉलेज दे रहे हैं जिनमें से 69 जनपद अब तक मेडिकल कॉलेज से आच्छादित हो चुके हैं। 16 जनपद बचे हैं, उनके लिए भी हम एक नई नीति लेकर आए हैं।
निचले स्तर तक ले जाएं ईमानदार नेतृत्व की छवि : स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि भाजपा के नेताओं में तप, तपस्या और त्याग दिखता है। मोदी-योगी जैसे ईमानदार नेतृत्व की छवि निचले स्तर तक ले जानी है। उन्होंने मीडिया टीम को समझाया कि जातिवाद की चर्चा कहीं नहीं होनी चाहिए। सपा, बसपा और कांग्रेस पार्टी जातिवाद, क्षेत्रवाद, व्यक्तिवाद और वंशवाद के अलावा कुछ नहीं कर सकते। इनका चेहरा जनता के सामने उजागर करना होगा। विभिन्न सत्रों को प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, राष्ट्रीय सह मीडिया प्रमुख संजय मयूख, राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा, केके शर्मा और जफर इस्लाम ने भी संबोधित किया।
हर बहस में करें राम मंदिर, 370 और तीन तलाक की चर्चा : भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रवक्ताओं को विरोधियों से मोर्चा लेने का तरीका सिखाया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 का खत्म होना, तीन तलाक जैसी कुप्रथा रोकने के लिए कानून बनाना कोई छोटी बात नहीं। इनमें से किसी भी काम की कोई कल्पना नहीं करता था, लेकिन मोदी सरकार ने यह करके दिखाया। यह कोई छोटी बात नहीं है, इसलिए किसी भी विषय पर बहस हो, भाजपा के इस मुख्य एजेंडे की चर्चा जरूर करें। साथ ही कहा कि भाजपा इस स्थिति में तब पहुंची है, जब तीन पीढ़ियां इस पर बलिदान हो गईं।