मुजफ्फरनगर/लखनऊ। मुजफ्फरनगर के सिसौली में पिछले दिनों बीजेपी विधायक उमेश मलिक की गाड़ी पर हुए हमले को लेकर पश्चिम यूपी की सियासत गरमा गई है. बीजेपी विधायक के समर्थन में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के उतरने से भारतीय किसान यूनियन और बालियान खाप के प्रमुख नरेश टिकैत ने कड़ा तेवर अख्तियार कर लिया है. ऐसे में जाट समुदाय और उनकी खाप दो हिस्सों में बटी हुई नजर आ रही है. बालियान और गठवाला खाप आमने-सामने उतर आई हैं. इसका असर 5 सिंतबर को होने वाली किसान पंचायत पर भी पड़ सकता है.
दरअसल, बुढ़ाना से बीजेपी विधायक उमेश मलिक गठवाला खाप से आते हैं जबकि सिसौली में हमला करने वालों का ज्यादातर बालियान खाप से नाता है. यही वजह है कि नरेश टिकैत उन्हें बचाने और मामले को निपटाने के लिए संजीव बालियान पर दबाव बना रहे हैं. ऐसे में गठवाला खाप नाराज हो गई है और अब विधायक उमेश मलिक के समर्थन में खुलकर उतर आई है. इसकी एक वजह यह भी है कि नरेश टिकैत ने विधायक उमेश मलिक को बालियान खाप के गांवों में नहीं घुसने देने की चैलेंज दिया था.
बालियान खाप के प्रमुख नरेश टिकैत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि शनिवार को सिसौली में हुई घटना में विधायक उमेश मलिक दोषी हैं, जब हमने किसान आंदोलन के चलते बीजेपी वालों को क्षेत्र में किसी भी सभा के लिए मना किया था, फिर भी विधायक ने जिले की फिजा बिगाड़ने के लिए सिसौली को ही चुना. टिकैत ने कहा कि जिसने मुकदमा लिखवाया है. वो या तो अपना मुकदमा इज्जत सहित वापस ले लें, क्योंकि एक भी गिरफ्तारी नहीं होने देंगे.
नरेश टिकैत ने कहा कि मंत्री संजीव बालियान को हम खाप मुखिया के नाते आदेश देते हैं सलाह नहीं. इस मामले को जल्दी से जल्दी निपटा दें, नहीं तो शहर में पैर नहीं रखने देंगे. सम्मान करते हैं वोट भी दे रखा है. चेतावनी देते हुए कहा कि अपने पैरों पर चल ले, उड़े नहीं.
वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी विधायक उमेश मलिक के समर्थन में खुलकर गठवाला खाप उतर आई है. मंगलवार को खरड़ गांव के किसान इंटर कॉलेज में गठवाला खाप के चौधरी राजेंद्र मलिक की अध्यक्षता में पंचायत हुई, जिसमें उमेश मलिक पर हुए हमले की निंदा करते हुए 5 सितंबर को भाकियू की मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत का बहिष्कार का ऐलान किया गया. साथ-साथ यूपी-दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन में गठवाला खाप के लोगो को ना जाने का आदेश दिया गया है.
गठवाला खाप के चौधरी बाबा राजेंद्र मलिक ने कहा कि नरेश टिकैत बलियान खाप के साथ-साथ भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष हैं. ऐसे में वो 10 दिन के अंदर अगर वो बयान वापस नहीं लेते हैं तो गठवाला खाप सभी 36 बिरादरिओं के साथ मिलकर खाप चौधरियों के साथ एक पंचायत करेगी. गठवाला खाप की पंचायत के दौरान मास्टर हरवीर सिंह ने खड़े होकर कहा कि 5 सितंबर को होने वाली किसान पंचायत में गठवाला खाप से कोई व्यक्ति नहीं जाएगा और सभी के हाथ उठवा कर सभी से इस बात का प्रण लिया.
उमेश मलिक को लेकर बलियान और गठवाला खाप के बीच टकराव बढ़ने से भारतीय किसान यूनियन की मुजफ्फरनगर में होनी वाली पंचायत पर भी असर पड़ सकता है. नरेश टिकैत और राकेश टिकैत इस पंचायत को सफल बनाने के लिए काफी मशक्कत कर रहे हैं. ऐसे में सिसौली प्रकरण के बाद जिस तरह से गठवाला खाप ने सख्त तेवर अख्तियार किए हैं, उससे किसान पंचायत पर भी संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि फिलहाल जाट समुदाय दो हिस्सों में बंटा हुआ नजर आ रहा है.