बिहार के शिवहर जिले तरियानी प्रखंड के कुंडल गांव में सोमवार शाम एक अनोखी शादी देखने को मिली, यहां भरी पंचायत के सामने टार्च की रोशनी में बबलू कुमार ने शीला देवी की मांग भरा, वहीं अग्नि की बजाय पंचायत को साक्षी मानकर 7 जन्म तक साथ निभाने का वादा किया, हाथ उठाकर शादी की रजामंदी दी, इस अनोखी शादी को देखने के लिये लोगों की भारी भीड़ रही, आपको बता दें की शीला देवी रिश्ते में बबलू की चाची है, शादी के बाद अब बबलू की पत्नी बन गई है।
कुंडल निवासी राम विनय सहनी की शादी 7 साल पहले शीला देवी से हुई थी, शादी के 2 साल बाद शीला ने बेटे को जन्म दिया, राम विनय सहनी परदेस में रहकर मजदूरी करता है, वो समय-समय पर गांव आता-जाता रहता है, उनकी अनुपस्थिति में राम विनय सहनी के भतीजे बबलू कुमार का अपनी चाची शीला देवी के साथ इश्क हो गया, वक्त गुजरने के साथ ये इश्क परवान चढने लगा। बबलू अकसर शीला को लेकर कभी शिवहर, तो कभी सीतामढी और मुजफ्फरपुर जाने लगा, दोनों कई-कई दिन तक गायब रहने लगे, जिसके बाद दोनों के प्यार के चर्चे पूरे इलाके में होने लगी, इस बीच बबलू और शीला फिर गायब हो गये, दोनों जब वापस लौटे तो ग्रामीणों ने दोनों को दबोच लिया और पंचायत बैठाया, भरी पंचायत में शीला ने बबलू के साथ अपने संबंध को स्वीकारा।
शादी की बात
शीला ने बबलू के साथ शादी करने की बात कही, ग्रामीणों ने बबलू से जब पूछा, तो उनसे भी रजामंदी दे दी, इसके बाद पंचों ने बबलू के पिता बृजेश सहनी समेत घरवालों से बात की, सभी पक्ष की समहति के बाद बबलू ने शीला की मांग में सिंदूर भरा और दोनों पति-पत्नी हो गये।
आपत्तिजनक हालत में मिले थे
बताया जा रहा है कि राम विनय सहनी की गैरमौजूदगी में बबलू और शीला को प्यार हो गया था, दोनों को जब भी मौका मिलता था, शारीरिक संबंध बनाते थे, कई बार घर वालों और आस-पड़ोस के लोगों ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में देखा था, लेकिन लोकलाज की वजह से कुछ नहीं बोलते थे।