नई दिल्ली। पेगासस जासूसी कांड, महंगाई और कृषि कानूनों के मुद्दे पर संसद में विपक्ष का हंगामा जारी है। बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके चलते कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। 12 बजे कार्रवाई फिर से शुरू हुई, लेकिन हंगामा जारी है। उधर लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने आसंदी (चेयर) की तरफ पर्चे फेंके और खेलो होबे के नारे लगाए। इसके चलते सदन की कार्यवाही पहले 12.30 बजे तक और फिर दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
14 विपक्षी दल एकजुट, राहुल बोले- पीछे नहीं हटेंगे
सदन के बाहर एक जैसी विचारधारा वाले 14 विपक्षी दलों ने एक अहम मीटिंग की और सरकार को घेरने की योजना बनाई। मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि पेगासस जासूसी केस, महंगाई और किसानों के मुद्दे पर हम कोई समझौता नहीं करेंगे।
विपक्ष की बैठक में ये 14 दल शामिल हुए
विपक्ष की बैठक में कांग्रेस, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, नेशनल कांफ्रेंस, आम आदमी पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, राष्ट्रीय समाज पार्टी, केरल कांग्रेस (एम), विदुथालाई चिरुथैगल कच्ची और एसएस पार्टी के नेता शामिल थे।
अनुराग ठाकुर ने पूछा- चर्चा से क्यों भाग रहा विपक्ष?
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्ष के हंगामे पर कहा है कि कांग्रेस और तृणमूल सांसदों ने संसद का कामकाज रोकने की कोशिश की है। वे अपना विरोध जता सकते हैं, लेकिन इसकी एक सीमा होती है। उन्होंने स्पीकर पर , मंत्रियों पर और मीडिया गैलेरी में भी पर्चे उछाले हैं। ठाकुर ने सवाल किया है कि आखिर विपक्ष चर्चा से क्यों भाग रहा है?
लोकसभा की कार्यवाही कल 9 बार बाधित हुई थी
पेगासस मामले पर संसद के दोनों सदनों में मंगलवार को भी जमकर हंगामा हुआ था। इसके चलते लोकसभा की कार्यवाही 9 बार और राज्यसभा की 4 बार बाधित हुई थी। इसके बावजूद हंगामा नहीं रुका तो दोनों सदनों की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
पहले हफ्ते में सिर्फ 4 घंटे हुआ कामकाज
मानसून सत्र के पहले हफ्ते में संसद के दोनों सदनों में विपक्षी दलों ने तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों और पेगासस जासूसी मामले के साथ कई दूसरे मुद्दों पर जमकर हंगामा किया। पिछले सप्ताह के दौरान सिर्फ मंगलवार को राज्यसभा में चार घंटे सामान्य ढंग से कामकाज हो पाया, जब कोरोना के चलते देश में बने हालात को लेकर सभी दलों के बीच आपस में बनी सहमति के आधार पर चर्चा हुई थी।