लखनऊ। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश एटीएस ने अलकायदा के दो आतंकियों को गिरफ्तार कर बड़े हमले की साजिशों को नाकाम किया। उसके बाद से लगातार आतंकियों की धर-पकड़ हो रही है। साथ ही उनके खतरनाक मंसूबे भी सामने आ रहे हैं। हालाँकि राजनीतिक वजह से राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती इस कार्रवाई को लेकर सवाल उठा चुकी हैं। अब इनमें शायर मुनव्वर राणा का भी नाम जुड़ गया है, जो यूपी की योगी सरकार के प्रति अपनी नफरत के लिए समय-समय पर चर्चा में रहते हैं। इस बार उन्होंने आतंकियों पर कार्रवाई को चुनाव से जोड़ते हुए AIMIM प्रमुख सांसद असदुद्दीन ओवैसी को भी लपेटे में लिया है। यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
मुनव्वर राना ने आतंकियों पर कार्रवाई को चुनावी बताते हुए कहा है कि यह कुछ और नहीं है बल्कि चुनाव की तैयारी में टूथब्रश का इस्तेमाल है। गिरफ्तार आतंकियों को जमीयत उलेमा-ए-हिन्द द्वारा कानूनी सहायता उपलब्ध कराने के प्रश्न पर राना ने AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ असभ्य भाषा का उपयोग किया।
राना ने कहा कि इसके लिए उलेमा-ए-हिन्द से अधिक जिम्मेदारी सलाउद्दीन ओवैसी की औलाद (असदुद्दीन ओवैसी) की है जो हैदराबाद से यहाँ आकर वोटों के लिए मारा-मारा घूम रहा है। राना यहीं नहीं रुके और उन्होंने ओवैसी को यह भी कहा कि यहाँ जो मुसलमान मारे जा रहे हैं, पीटे जा रहे हैं, गिरफ्तार किए जा रहे हैं उनकी जिम्मेदारी क्या उसका (असदुद्दीन ओवैसी) बाप लेगा कब्र से आकर?
इससे पहले जब यूपी एटीएस ने दो मौलाना की गिरफ्तारी कर धर्मांतरण गिरोह का पर्दाफाश किया था तब भी राना ने सीएम आदित्यनाथ के खिलाफ जहर उगला था। राना ने कहा था कि ATS को ही ख़त्म कर देना चाहिए। उन्होंने कहा था कि ATS को 1000 से ऊपर गिनती ही नहीं आती है, वरना वो इसे 4000 भी बना देते। उन्होंने यह भी पूछा था कि जब धर्मांतरण का आँकड़ा 100 पहुँचा होगा, तब क्या ATS बैठ कर गाँजा पी रही थी?
राना ने कहा था कि योगी आदित्यनाथ को प्रधानमंत्री बनने की इतनी जल्दी है कि 1,000 क्या, वो ये भी कह सकते हैं कि यूपी में 1 करोड़ हिन्दू धर्मांतरण कर के मुस्लिम बन गए हैं। उन्होंने कहा, “बेचारे हिन्दू इतने कमजोर हो गए हैं कि वो कुछ पैसों के लालच के लिए मुस्लिम हो जाते हैं।” राना ने कहा कि चुनाव के लिए ये सब ‘कहानी’ गढ़ी जा रही है और हिन्दू-मुस्लिम नफरत के लिए ये सब किया जा रहा है। साथ ही दावा किया था कि कल को 20 महिलाओं को बिठा कर ये भी कहवाया जा सकता है कि मुस्लिमों ने उनका रेप किया है। राना ने यह भी कहा था कि जिस मठ में बैठ कर सीएम आदित्यनाथ मुस्लिमों को गालियाँ देते हैं, उस मठ की जमीन मुस्लिमों ने ही दी है।
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश में 11 जुलाई को गिरफ्तार हुए दो आतंकियों मिनहाज और मसीरुद्दीन से पूछताछ के बाद यह बात सामने आई थी कि ये आतंकी मात्र 3 हजार में प्रेशर कुकर बम तैयार करने में लगे थे और 15 अगस्त से पहले किसी आतंकी गतिविधि को अंजाम देने वाले थे। इनसे पूछताछ के बाद ही ATS ने बुधवार (जुलाई 14, 2021) को अलकायदा से जुड़े तीन और संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया था। तीनों लखनऊ निवासी हैं और इनकी पहचान शकील, मो मुस्तकीम और मुईद के तौर पर हुई।