दो महीने से प्राइवेट हॉस्पिटल में कर रहा था काम
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चंदौली के सदर कोतवाली क्षेत्र के संजय नगर कॉलोनी स्थित एक निजी अस्पताल में कार्यरत फर्जी डॉक्टर रविवार को गिरफ्तार किया गया। वह अस्पताल में दो महीने से कार्यरत था। उसके पास फर्जी एमबीबीएस व एमडी की डिग्री भी मिली। अस्पताल के संचालक की ओर से संदेश होने पर मुकदमा दर्ज कराने के बाद आरोपित पकड़ा गया। आरोपित पहले भी गोरखपुर व रामगढ़ बिहार के निजी अस्पताल में काम कर चुका है।
पुलिस लाइन में एएसपी दयाराम ने खुलासा करते हुए बताया कि आरोपित शैलेंद्रचंद्र वर्मा मूलरूप से गोरखपुर जिले के थाना शाहपुर अंतर्गत मोरही गोकुली निवासी हैं। उसका वर्तमान पता रुद्रपुर पुरानी बाजार जिला देवरिया है। आरोपित शैलेंद्रचंद्र वर्मा जनवरी माह में चंदौली जिला मुख्यालय के संजय नगर में आदित्य मैटरर्निटी होम में फर्जी एमबीबीएस व एमडी की डिग्री के सहारे कार्यरत था। उसे प्रतिमाह 60 हजार रुपये वेतन और 2 लाख 40 हजार रुपये एडवांस लिया था। वह अस्पताल में ओपीडी देख रहा था। अस्पताल के संचालक पंकज चतुर्वेदी ने संदेश होने पर सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया।
इसके बाद पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की, तो आरोपित ने एमआईसी का फर्जी एबीबीएस व एमडी की डिग्री होने बनवाने का जुर्म कबूल लिया। वह गोरखपुर के शिवाय हास्पीटल खोराबाद और बिहार के रामगढ़ हास्पीटल में भी काम कर चुका है। आरोपित के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 471, 406, 504 व 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार करने वाली टीम में एसआई मनोज पांडेय व विवेक त्रिपाठी, हेड कांस्टेबल सुनील यादव व अमरचंद्र शामिल रहे।