नई दिल्ली। जनवरी में भारत में कोरोना के मामले 10,000 से कम थे। अफसोस की बात है कि ये फिर से बढ़ रहे हैं। सबसे चिंताजनक बात यह है कि तीन राज्यों में हालात सबसे ख़राब हैं। 13 मार्च को भारत में 25,154 नए मामले दर्ज किए। इनमें से महाराष्ट्र में 15,602 नए मामले, केरल में 2,035 मामले और पंजाब में 1,510 नए मामले के साथ कुल 19,147 मामले सामने आए। हालाँकि केरल में मामलों की संख्या में गिरावट देखी जा रही है। महाराष्ट्र और पंजाब संभवतः सेकेंड वेब की तरफ बढ़ रहे हैं।
30-दिन का ट्रेंड
30 दिन पहले, 11 फरवरी को, भारत ने 9,353 मामले दर्ज किए थे। उस दिन, महाराष्ट्र में सिर्फ 652 मामले दर्ज किए गए थे। 5,281 मामलों के साथ केरल का सबसे अधिक योगदान था, उसके बाद पंजाब में सिर्फ 306 मामले थे।
अगले दिन, महाराष्ट्र में 3,000 से अधिक मामले सामने आए और तब से राज्य में संख्या बढ़ रही है। राज्य में 5 मार्च को 10,000 और 12 मार्च को 15,000 से अधिक मामले सामने आये। महाराष्ट्र में मास्क पहनने के नियम तोड़ने वाले लोगों के दृश्य अभी भी आम हैं। हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें लोगों के एक बड़े समूह को एक टीकाकरण केंद्र पर एक-दूसरे को धक्का देते हुए देखा गया। सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार, केवल एक व्यक्ति को दिए गए स्लॉट में टीका लगाया जा सकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संक्रमण का प्रसार न हो। हालाँकि, नियमों को ताक पर रख दिया गया था।
केरल, जो पूरे देश में अधिकतम मामलों में योगदान देने की दौड़ में अग्रणी था, दूसरे स्थान पर आ गया है। हालाँकि, राज्य अभी भी 2,000 से अधिक मामलों में योगदान दे रहा है। विशेष रूप से, कोविड मैनेजमेंट के केरल मॉडल को वायरस फैलने के शुरुआती महीनों के दौरान कई बुद्धिजीवियों द्वारा सराहा गया था।
पंजाब में फरवरी में संख्या बहुत अधिक नियंत्रण में थी। राज्य में 22 फरवरी तक 400 से कम मामले आए। इसके बाद, मामले बढ़ने लगे और 4 मार्च तक, राज्य में प्रति दिन 1000 से अधिक मामले आने शुरू हो गए। वर्तमान में, राज्य पिछले चार दिनों से 1300 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं।
पिछले 24 घंटों में इस लिहाज से अन्य प्रमुख राज्य कर्नाटक (921 नए मामले), तमिलनाडु (695 नए मामले), मध्य प्रदेश (675 नए मामले), गुजरात (775 नए मामले), छत्तीसगढ़ (543 नए मामले), और पश्चिम बंगाल ( 276 नए मामले) हैं।
महाराष्ट्र, पंजाब और केरल में लॉकडाउन की घोषणा
महाराष्ट्र में शिवसेना की उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार ने राज्य में कोविड-19 संक्रमण की बढ़ती संख्या के बीच नागपुर, नासिक, परभणी और पुणे में लॉकडाउन किया है।
लुधियाना, पटियाला, मोहाली, फतेहगढ़ साहिब, जालंधर, नवांशहर, कपूरथला और होशियारपुर सहित कई जिलों में कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाले पंजाब में रात का कर्फ्यू लगाया गया है। इन जिलों में सभी आँगनबाड़ी केंद्र और स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
CPI (M) के नेतृत्व वाली केरल के साथ सीमा साझा करने वाले राज्यों ने केरल से आने वाले यात्रियों के लिए सख्त दिशा-निर्देश लागू किए हैं। कर्नाटक में, यदि कोई केरल से आ रहा है, तो उसका कोविड-19 रिपोर्ट नेगेटिव आना अनिवार्य है।
भारत में कोविड-19 मामलों की वर्तमान स्थिति और टीकाकरण
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, भारत में अब तक 1,13,59,048 मामले दर्ज किए गए हैं। 1,09,89,897 लोग ठीक हुए हैं, जबकि 1,58,607 ने अपनी जान गँवाई है। 2,97,38,409 लोगों को [राज्यवार पीडीएफ] टीका लगाया गया है, जिनमें से 2,43,07,635 को पहली खुराक मिली है, जबकि 54,30,774 को दूसरी खुराक मिली है।