इसके अलावा पीएम मोदी ने स्वतंत्रता को लेकर कहा कि स्वतंत्रता के लिए विस्तारवाद की सोच रखने वालों ने विस्तार के बहुत प्रयास किए। आजादी की ललक ने उनकी मंसूबों को जमींदोज कर दिया। अगले वर्ष हम अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर जाएंगे। एक बहुत बड़ा पर्व हमारे सामने है। गुलामी का कोई कालखंड ऐसा नहीं था जब हिंदुस्तान में किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नहीं हुआ हो, प्राण-अर्पण नहीं हुआ हो।
उन्होंने कहा कि विस्तारवाद की सोच ने सिर्फ कुछ देशों को गुलाम बनाकर ही नहीं छोड़ा, बात वही पर खत्म नहीं हुई। भीषण युद्धों और भयानकता के बीच भी भारत ने आजादी की जंग में कमी और नमी नहीं आने दी। विस्तारवाद की भावना ने दुनिया को विश्वयुद्ध में धकेल दिया। उस वक्त भी भारत ने अपनी आजादी की ललक नहीं छोड़ी।
पीएम मोदी ने कहा कि आज जो हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं, उसके पीछे मां भारती के लाखों बेटे-बेटियों का त्याग, बलिदान और मां भारती को आजाद कराने के लिए समर्पण है। आज ऐसे सभी स्वतंत्रता सेनानियों को, वीर शहीदों को नमन करने का ये पर्व है। पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग भारत में राज करने की मंशा लेकर आए थे उनके विचारों को भारत की सोच ने उखाड़ कर फेंक दिया.पीएम ने कहा कि वे भारत की प्राणशक्ति को पहचान नहीं पाए। पीएम ने कहा कि भारत की आजादी की ललक ने दुनिया के अंदर एक प्रेरणा का स्रोत पैदा किया। पीएम मोदी ने कहा कि अब हमें आत्मनिर्भर बनना होगा लेकिन अब दूसरों पर निर्भरता खत्म करनी होगी। उन्होंने कहा कि जब तक हम इंपोर्ट करते रहेंगे तब तक हम अपनी स्किल को नहीं बढ़ा पाएंगें।