सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में शिवसेना नेता संजय राउत ने कुछ समय पहले तक सुशांत के परिवार पर बेबुनियाद इल्जाम लगाए। पर, अब जब सुशांत के परिवार ने उन्हें लीगल नोटिस भेजकर 48 घंटों में माफी माँगने का अल्टीमेटम दिया। तो, उनके सुर बदल गए और वह सबसे शांत बैठने की अपील करने लगे।
संजय राउत अब राजनेताओं से लेकर सुशांत के परिवार तक से चुप रहने की बात कर रहे हैं। शिवसेना नेता संजय राउत का कहना है कि यह जाँच अब खत्म होने ही वाली है। ऐसे में जब तक जाँच पूरी नहीं हो जाती, सभी को शांत बैठना चाहिए। संजय राउत ने कहा कि सुशांत की फैमिली हो या कोई राजनीतिक दल सभी को शांत बैठना चाहिए।
यहाँ बता दें कि शिवसेना सांसद संजय राउत ने बीते दिनों पार्टी के मुखपत्र सामना में एक लेख लिखा था, जिसमें उन्होंने सुशांत के परिवार पर टिप्पणी की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि सुशांत के पिता ने दो शादियाँ की हैं और दूसरी शादी के बाद से सुशांत और उनके पिता के रिश्ते ठीक नहीं थे।
हालाँकि, राउत के इस बयान के बाद सुशांत के परिजनों ने इस बयान का खंडन किया और इसे बिलकुल झूठा बताया। इसके साथ ही उन्होंने ऐसी हरकत पर राउत को लीगल नोटिस भेजकर उनसे माफी माँगने को कहा। लेकिन संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए शांत बैठने की अपील तो कर ली, पर माफी अभी भी नहीं माँगी। उन्होंने केवल यही कहा कि उन्होंने अपना बयान उन्हें मिली जानकारी के आधार पर दिया था।
मीडिया से बातचीत में संजय राउत ने सुशांत का मामला सीबीआई को सौंपे जाने पर कहा कि यह बिहार सरकार की सिफारिश का नतीजा है। उन्होंने यह भी कहा, “मुझे लगता है कि अभी सभी को शांत बैठना चाहिए। जब तक कि मुंबई पुलिस की जाँच पूरी नहीं हो जाती, सभी को शांत बैठना चाहिए, फिर चाहे वह सुशांत का परिवार हो, कोई राजनीति दल हो या हमारे विरोधी। मुझे लगता है कि मुंबई पुलिस की जाँच भी अब खत्म होने वाली है।”
बता दें कि इससे पहले भाजपा विधायक नीरज कुमार सिंह के वकील अनीश झा ने इस बात का खुलासा किया था कि सुशांत के परिवार ने राउत से 48 घंटों में माफी की अपील की है। उन्होंने कहा कि सुशांत के मामले में जाँच चल रही है। लेकिन लोग सच को बाहर नहीं आने देना चाहते। अगर कोई राजनीतिक दबाव या किसी कारणवश उन्होंने यह विवादित बयान दिया है, तो उन्हें 48 घंटे के भीतर माफी माँगनी चाहिए। हर कोई गलती करता है। इसलिए हमने उन्हें पहले नोटिस भेजा है।”