नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के पांच अगस्त को एक साल पूरा होने और भारत के स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के मौके हमलों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तानी सेना ने 20 आतंकियों को खास प्रशिक्षण दिया है। पाकिस्तानी सेना के स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) ने इन हमलों को अंजाम देने के लिए लश्कर ए तैयबा और जैश ए मुहम्मद के 20 आतंकियों के जत्थे को अफगानिस्तान की पहाड़ियों में खासतौर से प्रशिक्षित किया है। एसएसजी पाकिस्तानी सेना की वह इकाई है जो गैर पारंपरिक युद्ध लड़ने के लिए तैयार की गई है। सीमापार आतंकवाद फैलाना और आतंकियों को प्रशिक्षित करने का जिम्मा इसी इकाई के पास है।
खुफिया सूत्रों के अनुसार अब इन आतंकियों को भारत में दाखिल कराने की लगातार कोशिश हो रही है। पंजाब और जम्मू से लगने वाली सीमा पर पाकिस्तान में बने लांचिंग पैड से इन आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने की तैयारी है। इसी सिलसिले में कश्मीर के तीन युवाओं का आतंकियों का ग्रुप बीएसएफ कैंप पर हमले की कोशिश में है। खुफिया एजेंसियों ने सुरक्षा बलों को इस साजिश की बाबत अलर्ट कर दिया है। हिज्बुल मुजाहिदीन के सरगना का ऑडियो भी सुनने में आया है जिसमें वह कश्मीर के लोगों को हथियार उठाने और सुरक्षा बलों से लड़ने का आह्वान कर रहा है। इसकी संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए सैनिकों और सुरक्षा एजेंसियों को ऐसी घटनाओं को विफल करने के लिए अधिक चौकन्ना और अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।
जैश ए मुहम्मद ने अफगानिस्तान को बनाया नया ठिकाना
भारत की ओर से सैन्य कार्रवाई का खतरा पैदा होने के बाद पाकिस्तानी सेना ने जैश ए मुहम्मद का नया ठिकाना अफगानिस्तान में बनाया है। वहां पर आतंकियों का प्रशिक्षण शिविर और रिहायश तैयार की गई है। पिछले दिनों खोगयानी जिले के मिर्जा खेल में अफगान सुरक्षा बलों ने जैश के 31 आतंकी मार गिराए, जिनमें से 13 पाकिस्तानी थे।