काठमांडू। नेपाल में बढ़ी सियासी सरगर्मी के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने देश के सेना प्रमुख (COAS) जनरल पूर्ण चंद्र थापा के साथ बातचीत की है। कल शाम को पीएम केपी शर्मा ओली ने शीतल निवास पहुंचकर राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी से मुलाकात और मंत्रियों के साथ एक बैठक की थी। बैठक के बाद पीएम ओली ने कहा था कि मौजूदा वक्त में पार्टी की एकता दांव पर है और कुछ भी हो सकता है, तैयार रहें…! प्रधानमंत्री ओली ने कहा था कि मेरे और राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी के खिलाफ साजिशें रची जा रही हैं। इसे देखते हुए मुझको जबरदस्ती फैसले लेने पड़ सकते हैं।
प्रचंड और ओली के बीच मुलाकात बेनतीजा
मतभेद खत्म करने की नाकाम कोशिश
द हिमालयन टाइम्स के मुताबिक, दोनों नेताओं ने सोमवार सुबह अगले दौर की वार्ता करने का फैसला किया। शीतल निवास में राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी के साथ बैठक करने के बाद प्रचंड सत्तारूढ़ पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के बीच मतभेद मिटाने की खातिर बातचीत करने के लिए ओली के आधिकारिक निवास पर पहुंचे। सत्तारूढ़ एनसीपी में आंतरिक विवादों के बीच ओली और प्रचंड संसदीय सत्र के बाद से बैठकें करके मतभेद दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। 30 जून को हुई स्थायी समिति की बैठक में ओली को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा, जिसमें अधिकतर सदस्य उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे।
भारत पर मढ़ा यह दोष
बहुत सारे मुद्दों का समाधान करने में विफल रहने के कारण ओली को पार्टी के अंदर और बाहर दोनों जगह आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। खासकर जबसे उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा कि भारत उन्हें पद से हटाने की कोशिश कर रहा है। इस बीच, त्यागपत्र की बढ़ती मांग के बीच ओली ने कहा कि सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी गंभीर संकट का सामना कर रही है और उन्होंने संकेत दिया कि इसका जल्द विभाजन हो सकता है। अपने आधिकारिक आवास पर कैबिनेट की बैठक के दौरान उन्होंने मंत्रियों से कहा कि हमारी पार्टी के कुछ सदस्य राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी को भी पद से हटाना चाहते हैं।
साजिशें सफल नहीं होने दूंगा
ओली ने कहा, मुझे प्रधानमंत्री और पार्टी अध्यक्ष के पद से हटाने के लिए साजिशें रची जा रही हैं लेकिन मैं ऐसा नहीं होने दूंगा। आप सभी को अब अपना रुख साफ करने और तैयार रहने की जरूरत है। काठमांडू पोस्ट की खबरों के अनुसार, ओली की इस टिप्पणी के बाद के बाद कि राष्ट्रपति को हटाने की साजिश रची जा रही है, तीन पूर्व प्रधानमंत्रियों- प्रचंड, माधव कुमार नेपाल और झालानाथ खनल ने भंडारी ने मुलाकात की। उन्होंने उन्हें बताया कि उन्हें पद से हटाने की कोशिश करने की बात सही नहीं है।