लखनऊ। समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जिला कार्यकर्ताओं से संवाद किया और स्थानीय समस्याओं पर चर्चा की। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) काशी की सांस्कृतिक गरिमा को नष्ट करने पर तुली है और काम धंधों व रोजगार को बंद किया जा रहा है। लोकतंत्र में जनता का इतना उत्पीड़न कभी नहीं हुआ। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कार्यकर्ताओं से 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटने का आह्वान किया।
अखिलेश यादव ने बताया कि साड़ी खिलौने ढोलक, कैंची एवं अन्य उत्पाद बनाने का व्यवसाय आजमगढ़, मुबारकपुर, अकबरपुर, टाण्डा, बाराबंकी, मऊ, भदोही, अमरोहा तथा मेरठ में होता है। लेकिन लाॅकडाउन में पूरी व्यवस्था बिगड़ जाने से साड़ियां बिक नही रही है। भाजपा राज में बिजली का बिल बढ़कर आ रहा है जबकि समाजवादी सरकार में न्यूनतम निर्धारित रेट लिया जा रहा था। पुराना पेमेन्ट भी नहीं हो रहा है। पीतल नगरी मुरादाबाद का व्यवसाय भी ठप्प है।
सपा महिला सभा की पूर्व जिलाध्यक्ष समेत तीन निष्कासित : समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने गाजियाबाद जिले के तीन पूर्व पदाधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है। उन्होंने बताया कि लगातार अनुशासनहीनता की शिकायतें मिलने पर महिला सभा की पूर्व जिलाध्यक्ष रश्मि चौधरी व मुरादनगर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व अध्यक्ष संजीव चौधरी एवं आशा सचदेवा को पार्टी से निष्कासित किया गया है। उक्त लोगों पर पार्टी कार्यकर्ताओं से अभद्रता करने का आरोप भी है।