आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में दलित महिलाओं-लड़कियों के साथ छेड़छाड़ के मामले में सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए पूर्व कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए उन्हें धन्यवाद बोला है. आपको बता दें कि ओमप्रकाश राजभर पूर्व में योगी सरकार की जमकर आलोचना करते रहे हैं.
ओमप्रकाश राजभर ने ट्वीट किया,”उत्तर प्रदेश किसी भी पिछड़े, दलित, गरीब के साथ अन्याय की जितनी भी निंदा की जाए कम है. दोषी किसी भी जाति, समुदाय का हो अगर वह गलत करता है तो उसके विरुद्ध तुरंत सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. हाल ही में जौनपुर, आजमगढ़ में दलित समुदाय के साथ अन्याय हुआ.”
उत्तर प्रदेश किसी भी पिछड़े,दलित,गरीब,के साथ अन्याय की जितना भी निंदा किया जाय कम है,दोषी,किसी भी जाति समुदाय का हो अगर वह गलत करता है तो उसके विरुद्ध तुरंत सख्त कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए,हाल ही में जौनपुर,आज़मगढ़ में दलित समुदाय के साथ अन्याय हुआ 2/2
— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) June 13, 2020
उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा, ”मा.मुख्यमंत्री जी ने देर से ही सही, कार्रवाई की. इसके लिए मैं धन्यवाद देता हूँ. लेकिन प्रतापगढ़, जौनपुर या अन्य जिलों में पिछड़े वर्ग के साथ उत्पीड़न के मामले सामने आए हैं. उसमें पुलिस लीपापोती करने में लगी है. इनके साथ अन्याय और अत्याचार हुआ है. तत्काल इसपर भी इसी प्रकार कार्रवाई होनी चाहिए.”
मा.मुख्यमंत्री जी ने ,देर से ही सही कार्यवाही की इसके लिए मैं धन्यवाद देता हूँ
लेकिन प्रतापगढ़,जौनपुर या अन्य जिले में पिछड़े वर्ग के साथ उत्पीड़न के मामले सामने आए उसमे पुलिस लीपापोती करने में लगी है इनके साथ अन्याय अत्याचार हुआ है तत्काल इसपर भी इसी प्रकार कार्यवाही होनी चाहिए।— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) June 13, 2020
गौरतलब है कि आजमगढ़ में दलित लड़कियों और महिलाओं के साथ छेड़खानी के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्ती दिखाते हुए आरोपियों परवेज, फैजान, नूरआलम, सदरे आलम समेत 12 लोगों पर एनएसए लगाने का निर्देश दिया. ये सभी गिरफ्तार कर लिए गए हैं जबकि कुछ आरोपी फरार हैं. फरार आरोपियों पर ईनाम घोषित किया गया और एसएचओ पर लापरवाही बरतने के लिए एक्शन लिया गया है.
आपको बता दें कि ओम प्रकार राजभर की पार्टी सुभासपा ने भाजपा के साथ गठबंधन में 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ा था. राजभर योगी कैबिनेट में मंत्री भी बने थे. लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा की ओर से सुभासपा को ज्यादा सीटें देने की मांग ठुकराए जाने के बाद ओम प्रकाश राजभर बागी हो गए थे और केंद्र की मोदी तथा राज्य की योगी सरकार की आलोचना करने लगे. बाद में उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और भाजपा से गठबंधन तोड़ लिया था.