लद्दाख। भारत और चीन (China) के बीच जारी गतिरोध के बीच लेह जिले के गांव चुशूल में भारतीय और चीनी सेना के बीच पांचवीं बार मेजर जनरल स्तर की वार्ता हुई है. अब जल्द ही कोर कमांडर स्तर की चर्चा होने की संभावना है. भारत, चीनी सेना को वापस जाने पर जोर दे रहा है.
बता दें कि बीते एक महीने से लद्दाख में भारत और चीन के सैनिक एक-दूसरे के सामने डटे हुए हैं. इस तनाव को दोनों देशों के बीच 2017 में डोकलाम की घटना के बाद सबसे बड़ा सैनिक तनाव माना जा रहा है. गलवान घाटी में चीनी सैनिक एलएसी से आगे आ गए और साथ ही आसपास की पहाड़ियों पर भी उन्होंने अधिकार कर लिया. यहां भारत की तरफ से अपने इलाके में बनाई जा रही सड़क और पुल को चीनियों ने अपने आक्रामक रवैए का बहाना बना लिया. इसी तरह हॉट स्प्रिंग में भी चीनी सैनिकों ने आगे आकर मोर्चाबंदी कर ली.
इससे पहले भारत-चीन (India-China) के बीच 6 जून को हुई कोर कमांडर स्तर की चर्चा से पहले ही लद्दाख में दोनों देशों की सेनाओं में तनाव कम होने के संकेत दिखे थे. दोनों तरफ के सैनिकों ने अपनी तैनाती में आक्रामकता कम की थी.
गलवान घाटी में चीनी सैनिक थोड़ा पीछे हट गए थे. उन्होंने अपने कैंप भी कम कर लिए. इससे पहले भी भारत और चीनी सेना के ब्रिगेडियर स्तर की बातचीत में कोई हल नहीं निकल पाया था.