नई दिल्ली। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Adesh Gupta) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को एक पत्र लिखकर मांग की है कि दिल्ली सरकार स्पष्ट आंकड़ा जारी करे कि आज 10 जून, 2020 तक दिल्ली में कितने कोरोना (Coronavirus) के मरीजों का सरकारी अस्पतालों में भर्ती करके इलाज किया गया है. उसमें से कितने मरीज अन्य राज्यों के थे. सरकार बताए कि दिल्ली में कोरोना से मृत मरीजों में से कितने अन्य राज्यों के हैं. साथ ही सरकार यह भी बताए कि कितने प्रवासी मजदूरों का दिल्ली में कोरोना का उपचार किया गया है.
आदेश गुप्ता ने पत्र में कहा है कि मार्च, 2020 में जब कोरोना का संक्रमण फैलना शुरू ही हुआ था उस वक्त दिल्ली सरकार 30 हजार रोगी बिस्तर उपलब्ध कराने की बात कहती थी पर मई के मध्य में जब कोरोना संक्रमण फैलना तेज हुआ तक यह स्पष्ट हो गया कि सरकार के पास 30 हजार तो दूर 4 हजार रोगी बिस्तर भी उपलब्ध नहीं हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार लगातार अपनी जिम्मेदारियां निजी अस्पतालों पर थोपने की कोशिश कर रही है.
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि पिछले हफ्ते जब कोरोना बहुत तेजी से फैलने लगा तो दिल्ली सरकार ने घोषणा की थी कि अब दिल्ली में बाहर वालों का इलाज नहीं होगा और सभी रोगी बिस्तर दिल्लीवालों के लिए आरक्षित रहेंगे. ऐसा कहकर सरकार ने भ्रम फैलाने की कोशिश की कि मानो दिल्ली के अस्पतालों पर अन्य राज्यों के मरीजों का बोझ है. जबकि सभी बॉर्डर सील होने के कारण बाहर के मरीजों की दिल्ली में आकर इलाज कराने की कोई संभावना ही नहीं बनती है.
पत्र में कहा गया है कि सरकारी व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है क्योंकि पिछले तीन महीने में जो लगभग 32 हजार लोग संक्रमित हुए हैं उनमें से भी केवल 20 हजार का ही अस्पतालों में इलाज हुआ है. ऐसे में भी दिल्ली में लगातार रोगी बिस्तरों की कमी बनी हुई है. इसलिए ये जरूरी है कि सरकार साफ करे कि दिल्ली में अन्य राज्यों के कितने लोगों का इलाज हुआ है.