अगर आप क्रिकेटर बनना चाहते हैं तो सावधान हो जाइए। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के नाम पर धोखाधड़ी करने वाला गिरोह सक्रिय है। यह क्रिकेटर बनने का सपना संजो रहे युवाओं को फर्जी चयन पत्र जारी कर रहा है। कन्नौज में एक ऐसा मामला सामने आया है।
इस मामले की शिकायत बीसीसीआइ और उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ से कर दी गई है। दरअसल, गुरसहायगंज के मोहल्ला रामगंज निवासी निखिल गुप्ता के पास चार जून को बीसीसीआइ का लोगो लगा एक लेटर भेजा जाता है। इसमें दावा किया जाता है कि उसका चयन अंडर-19 चैलेंजर ट्रॉफी के लिए हो गया है।
अधिकारी की माने तो बीसीसीआइ राष्ट्रीय स्तर पर अंडर-19 चैलेंजर ट्रॉफी नाम से टूर्नामेंट कराती है, जिसमें ब्लू, रेड ग्रीन नाम से टीम होती हैं, लेकिन यह टूर्नामेंट बीसीसीआइ की वीनू मांकड़ ट्रॉफी से निकले हुनरमंद खिलाडि़यों को चुनकर कराया जाता है, लेकिन अभी तक घरेलू सत्र की शुरुआत ही नहीं हुई है तो फिर चैलेंजर ट्रॉफी के लिए टीम कैसे चुनी जा सकती है?
एंटी करप्शन यूनिट से हो सकती जांच :
खिलाडि़यों को फर्जी पत्र भेजने की शिकायत बीसीसीआइ तक पहुंच चुकी है। इस धोखाधड़ी से पर्दा उठाने और गिरोह के खिलाफ कार्रवाई के लिए बीसीसीआइ इस मामले को अपने एंटी करप्शन हेड अजीत सिंह के पास भेजेगा।
मीडिया में खबर आने के बाद निखिल के साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी सामने आई। आशंका है कि टीम में जो अन्य 10 खिलाडि़यों के नाम थे, उनके साथ भी ऐसी ही धोखाधड़ी किया गया है। कोरोना संक्रमण काल में इस सत्र की एक बॉल भी नहीं फेंकी गई, ऐसे में चयन होना सवालों के घेरे में है।