वेस्टइंडीज के दिग्गज ओपनर क्रिस गेल ने कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर क्रिकेट में नस्लभेद किए जाने की बात कह कर इस मामले को हवा दी थी। इसके बाद वेस्टइंडीज के ही पूर्व कप्तान डेरेन सैमी ने इंडियन प्रीमियर लीग में उनपर नस्लीय टिप्पणी की बात सामने लाई। अब पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने भी इसी क्रम में अपनी बात कही है।
अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जार्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद जारी विरोध प्रदर्शन पर गेल ने कहा था कि सिर्फ फुटबॉल ही नहीं क्रिकेट में भी है नस्लभेद। सैमी ने बताया कि उनको आईपीएल की फ्रेंचाइजी टीम सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से खेलते हुए नस्लीय टिप्पणी का सामना करना पड़ा था। उनके रंग की वजह से कालू कहा जाता था जिसका मतलब उनको कुछ दिन पहले पता चला।
Racism is not restricted to the colour of the skin.Not allowing to buy a home in a society just because u have a different faith is a part of racism too… #convenient #racism
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर क्रिकेटर इरफान पठान ने भी इस बारे में सोशल मीडिया पर लिखा है। उनका कहा है कि नस्लवाद सिर्फ त्वचा के रंग तक सीमित नहीं है। अगर आपका विश्वास अलग है और उसकी वजह से सोसाइटी में घर नहीं मिलता, वह भी एक नस्लवाद है।
पीटीआइ से बात करते हुए जब उनसे अपने साथ हुए नस्लीय टिप्पणी के बारे में सवाल किया गया तो इसे टाल दिया। उनका कहना था, “यह भापने की बात होती है और मैं नहीं सोचता कि कोई भी इसको नकार सकता है।”
गौरतलब है कि इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर भारतीय गेंदबाज इशांत शर्मा की एक तस्वीर वायरल हुई है। यह साल 2013 की है जब वो डेरेन सैमी के साथ हैदराबाद टीम का हिस्सा थे। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर पोस्ट की थी। इसमें भारतीय गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार, सैमी और साउथ अफ्रीका के गेंदबाज डेल स्टेन के साथ वो नजर आ रहे हैं। इसके कैप्शन में उन्होंने उसी शब्द का इस्तेमाल किया था जिसका जिक्र सैमी ने किया है।