बीजिंग। कोरोना संकट के बीच चीन द्वारा लॉन्च किया गया रॉकेट लॉन्ग मार्च 5B (Long March 5B) अपने मिशन में नाकाम रहा. तकनीकी खराबी के चलते रॉकेट अनियंत्रित हो गया और उसका बड़ा हिस्सा पृथ्वी के वायुमंडल में गिरने लगा. स्पेसफ्लाइट नाऊ (Spaceflight Now) की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह पिछले तीन दशकों में पृथ्वी के वायुमंडल में लौटने वाला सबसे बड़ा स्पेस जंक है. Long March 5B रॉकेट को 5 मई को दक्षिणी चीन के हैनान द्वीप पर वेनचांग लॉन्च सेंटर से लॉन्च किया गया था, यह चीन के अगली पीढ़ी के क्रू कैप्सूल को कक्षा में स्थापित करने के लिए लेकर गया था. स्पेसफ्लाइट नाऊ के मुताबिक, यह लॉन्च चीन के भारी-भरकम लॉन्ग मार्च 5 रॉकेट के नए कॉन्फ़िगरेशन की शुरुआत थी. Long March 5B में चीनी डिजाइनरों ने रॉकेट के दूसरे चरण को हटा दिया और इसे पेलोड के लिए एक लंबे वॉल्यूम के साथ बदल दिया.
अनियंत्रित होने के बाद चीनी रॉकेट अटलांटिक महासागर के ऊपर वायुमंडल में गिरा. यह पिछले 30 सालों में वायुमंडल में अनियंत्रित होकर लौटने वाला सबसे बड़ा ऑब्जेक्ट बन गया है. ऑब्जेक्ट को ऑर्बिट में ट्रैक करने वाले प्रमुख हार्वर्ड खगोल वैज्ञानिक जोनाथन मैकडॉवेल (Jonathan McDowell) ने इस संबंध में ट्वीट करने बताया कि इससे पहले 991 में 39-टन का Salyut-7 भी अनियंत्रित होकर वापस लौट आया था. रिपोर्ट के अनुसार, इस रॉकेट की बॉडी 2018 में पृथ्वी पर वापस लौटे चीन के Tiangong-1 अंतरिक्ष स्टेशन की तुलना में अधिक विशाल और भारी थी.
दुर्लभ मामला
स्पेसफ्लाइट नाऊ ने बताया कि रॉकेट का 30 मीटर लम्बा और 5 मीटर चौड़ा हिस्सा लगभग 20 मीट्रिक टन का था. विशेष रूप से, डेड सैटेलाइट और पुराने रॉकेट स्टेज नियमित रूप से वायुमंडल में फिर से री-एंट्री करते हैं, लेकिन लगभग 20 टन के वजन ऐसा करने के मामले दुर्लभ हैं.
चीन की यह है योजना
रिपोर्ट में कहा गया कि अनियंत्रित री-एंट्री का अनुमान लगाना मुश्किल है, हालांकि, अमेरिकी सेना द्वारा रॉकेट के पृथ्वी पर री-एंट्री की अवधि का अनुमान लगा लिया गया था. वहीं, चीन की योजना मल्टी-मोड्यूल स्पेस स्टेशन तैयार करने और 2021 और 2022 में कम से कम तीन और लॉन्ग मार्च5B रॉकेट लॉन्च करने की है.