नई दिल्ली। आधा अगस्त बीत चुका है, लेकिन उत्तराखंड समेत हिंदुस्तान के कई हिस्सों में बारिश और बाढ़ का कहर जारी है. आधा हिंदुस्तान डूबा हुआ है और पहाड़ से लेकर मैदान तक जल प्रलय देखने को मिल रही है. बारिश के चलते पहाड़ दरक रहे हैं और भूस्खलन हो रहा है. उत्तराखंड के चमोली जिले में रातभर मूसलाधार बारिश हुई.
इसके साथ ही मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग और कुमाऊं के कई हिस्सों में आज भी मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी पूरी तरह उफान पर है. अलकनंदा और मंदाकिनी के संगम स्थल पर कई घाट और भोलेनाथ की 25 फीट की मूर्ति गर्दन तक पानी में डूब चुके हैं.
वहीं, उत्तराखंड के बांसवाड़ा, बद्रीनाथ, लंगासु समेत कई जगह से भूस्खलन की भी खबरें हैं. पहाड़ के अलावा मैदानी इलाकों में भी बारिश और बाढ़ ने हाहाकार मचा रखा है. मध्य प्रदेश के बारगी बांध के 15 गेट खुलने के बाद बारना नदी का पानी बेकाबू हो चुका है. इसके चलते गांव के गांव टापुओं में तब्दील हो गए हैं.
#WATCH Madhya Pradesh: People wade through water in Sheopur. Several bridges in the city are flooded due to the overflow in Chambal and Parvati rivers caused due to heavy rain and release of water from Kota Barrage in Rajasthan. (16.08.2019) pic.twitter.com/5StJ18uuts
— ANI (@ANI) August 17, 2019
बारना पुल पर 7 फुट पानी आने से भोपाल-जबलपुर मार्ग बंद हो गया हैं और यात्री नदी के किनारे खड़े होकर सैलाब के मंजर को देखने के लिए मजबूर हैं. राजस्थान के कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने और बारिश की वजह से मध्य प्रदेश में चंबल और पार्वती नदियां भी उफान पर हैं. बारिश और बाढ़ से जूझते राजस्थान से भी जलप्रलय की सबसे विनाशकारी तस्वीर सामने आई है. साथ ही हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश और भूस्खलन देखने को मिला है.
इसके अलावा मौसम विभाग ने अगले 48 से 72 घंटे के दौरान पंजाब में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है. पंजाब के पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, कपूरथला, जालंधर, नवांशहर, लुधियाना, पटियाला, संगरूर, मोगा, बरनाला समेत अन्य इलाकों में अगले 48 घंटे में बारिश हो सकती है.