नई दिल्ली। कुलभूषण जाधव केस में बुधवार के दिन भारत को बड़ी सफलता मिली । मामले में नीदरलैंड के हेग स्थित अंतरार्ष्ट्रीय न्याय न्यायालय न केवल जाधव की फांसी की सजा पर रोक को बरकरार रखा बल्कि इस पर पाकिस्तान को पुनर्विचार करने के लिए भी कहा । आईसीजे के इस फैसले के बाद से भारत में खुशी की लहर है । भारत ने कानूनी और कूटनीतिक स्तर पर इस मामले में अपना पक्ष मजबूती से रखा । भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों से लेकर विपक्ष के नेताओं ने भी इस फैसले का स्वागत किया। फैसले पर अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का बयान आया है ।
इमरान खान का ट्वीट
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आईसीजे की ओर से कुलभूषण जाधव मामले में रोकलगाने के फैसले पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए ट्वीट किया। इमरान खान ने लिखा – ‘इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) के फैसले का स्वागत करता हूं कि उन्होंने कमांडर कुलभूषण जाधव को बरी करने, रिहा करने और लौटाने का फैसला नहीं दिया। वह पाकिस्तान के लोगों के खिलाफ अपराधों का दोषी है। पाकिस्तान कानून के मुताबिक आगे की कार्यवाही करेगा।’
पाकिस्तान की हार
आपको बता दें अप्रैल 2017 में पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी जाधव को सुनवाई के बाद जासूसी और आतंकवाद के आरोपों में मौत की सजा सुनाई थी । मामले में भारत ने कड़ी आपत्ति दर्ज की और इस मामले को अंतर्राष्ट्रीय अदालत तक पहुंचाया । अब दुनिया की सबसे बड़ी अदालत ने पाकिस्तान के झूठ को सबके सामने ला दिया है । कोर्ट ने पाकिस्तान को झअका देते हुए कुलभूषण जाधव के पक्ष में फैसला सुनाया, उसकी फांसी की सजा पर रोक लगा दी गई । साथ ही पाकिस्तान को मामले में दोबारा सुनवाई का भी आदेश दिया ।
2 साल और 2 महीने में पूरी हुई कार्रवाई
न्यायाधीश यूसुफ की अध्यक्षता में आईसीजे की 15 सदस्यीय पीठ ने इस फैसले से 5 महीने पहले भारत और पाकिस्तान की दलीलें सुनने के बाद 21 फरवरी को अपना फैसला सुनाने के आदेश दिए थे । इस मामले की कार्यवाही दो साल और दो महीने में पूरी हो पायी है। आपको बता दें कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान ने जासूसी के आरोप में ईरान के चाबहार से गिरफ्तार किया था।