टीम इंडिया गजब है लीग मुकाबलों में शीर्ष क्रम बेहद शानदार फॉर्म में चल रहा था, लेकिन बात जब सेमीफाइनल जैसे अहम नॉकआउट मुकाबले में उनसे सधे प्रदर्शन की आई तो वह बुरी तरह से फ्लॉप हो गया. शीर्ष क्रम इस कदर लड़खड़ाया कि वर्ल्ड कप के नॉकआउट मुकाबले में यह अब तक की सबसे खराब शुरूआत के रूप में दर्ज हो गया.
मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में बारिश से बाधित मुकाबले के दूसरे दिन भारतीय गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी करते हुए न्यूजीलैंड को 239 रनों पर रोक दिया. भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए 50 ओवर में 240 रन बनाने थे, लेकिन टूर्नामेंट के निर्णायक मैच में भारत का शीर्ष क्रम आया राम-गया राम बनकर रह गया.
19 गेंदों में 3 झटके
भारतीय पारी की शुरूआत करने रोहित शर्मा के साथ लोकेश राहुल क्रीज पर आए. उन्होंने अब तक के वर्ल्ड कप में जिस तरह से खेल दिखाया था उससे यही उम्मीद थी कि दोनों बल्लेबाज टीम को सधी शुरुआत देते हुए स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाएंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ और पारी की नौंवीं गेंद पर तेज गेंदबाज मैट हेनरी ने रोहित शर्मा (1) को विकेट के पीछे कैच आउट करा दिया. वर्ल्ड कप में रिकॉर्ड 5 शतक बनाने वाले रोहित आज महज 1 रन बनाकर चलते बने.
इस शुरुआती झटके के बाद टीम इंडिया संभलने में जुटी ही थी कि फिर अगले ओवर में ट्रेंट बोल्ट ने कप्तान विराट कोहली को पगबाधा कर दिया. वह भी महज 1 रन बनाकर चलते बने. सेमीफाइनल जैसे मुकाबले में महज 5 रन पर 2 विकेट खोने के बाद टीम इंडिया को लोकेश राहुल से आस थी, लेकिन वह भी विकेट के पीछे लपके गए. लोकेश भी महज 1 रन बनाकर चलते बने.
रोहित 4 गेंदों में 1, कप्तान विराट कोहली 6 गेंदों में 1 और लोकेश राहुल 7 गेंदों में 1 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. महज 19 गेंदों में भारत ने 3 बड़े विकेट गंवा दिए. भारत सेमीफाइनल से पहले महज 1 मैच गंवाकर अंकतालिका में शीर्ष पर रही थी, लेकिन निर्णायक मुकाबले में शीर्ष क्रम के फ्लॉप शो ने हर किसी को निराश कर दिया.
सबसे खराब प्रदर्शन
वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल या नॉकआउट मुकाबले में अब तक का यह सबसे खराब प्रदर्शन है. इससे पहले 1996 के वर्ल्ड कप मोहाली में खेले गए एक सेमीफाइनल मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत बेहद खराब हुई थी. पहले बल्लेबाजी करते हुए कंगारू टीम ने महज 8 रन पर 3 विकेट खो दिए थे. बाद में टीम ने 50 ओवर में 8 विकेट पर 207 रन बनाए और यह मुकाबला 5 रन के अंतर से जीत लिया.
हालांकि नॉकआउट मुकाबले में शुरुआती 3 बड़े झटके खाने के बाद सिर्फ ऑस्ट्रेलिया की टीम ही मैच जीतने में कामयाब रही है. इसके अलावा 2011 के वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ वेस्टइंडीज ने 16 रन पर 3 विकेट खो दिए, बाद में टीम को हार भी मिली.
1975 और 2007 के सेमीफाइनल मुकाबले में भी क्रमशः इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के साथ भी यही हुआ और दोनों ही टीमों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महज 26 रन पर 3 विकेट गंवा दिए. दोनों ही टीमें इस शुरुआती झटके से उबर नहीं सकी और उन्हें हार का सामना करना पड़ा.