नई दिल्ली। कर्नाटक में चल रहा राजनीतिक गतिरोध अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. राज्य की सत्ताधारी कांग्रेस और जनता दल सेक्यूलर (जेडीएस) के बागी विधायकों ने अपने इस्तीफे को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. कांग्रेस-जेडीएस के बागी विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार पर अपने संवैधानिक कर्तव्य को छोड़ने और जानबूझकर उनके इस्तीफे की स्वीकृति में देरी का आरोप लगाते हुए याचिका दायर की है.
बता दें कि कर्नाटक का सियासी ड्रामा अब मुंबई में शिफ्ट हो गया है. यहां के रेनिसन्स होटल में ठहरे 11 बागी विधायकों से मिलने पहुंचे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और कर्नाटक सरकार में मंत्री डीके शिवकुमार ने बागियों के लिए कहा कि हम एक साथ राजनीति में जन्मे हैं और एक साथ ही मरेंगे. डीके शिवकुमार जेडीएस विधायक शिवालिंगे गौड़ा के साथ जब रेनिसन्स होटल में ठहरे हुए बागी विधायकों से मिलने गए तो होटल के गेट पर पुलिस ने उनको रोक दिया. दरअसल उससे पहले बागी विधायकों ने शिवकुमार से अपनी जान का खतरा बताते हुए पुलिस सुरक्षा की गुहार लगाई थी. लिहाजा उनकी सुरक्षा बढ़ाई गई है. इस वजह से पुलिस ने उनको होटल में जाने से रोका है. इस बीच होटल के बाहर मौजूद बागी विधायकों के समर्थकों ने शिवकुमार ‘वापस जाओ’ ‘वापस जाओ’ के नारे भी लगाए.
इस पर डीके शिवकुमार ने कहा, ”मैंने एक कमरा होटल में बुक किया है. मेरे मित्र यहां रुके हुए हैं. छोटी सी समस्या है, बातचीत के लिए आए हैं. हम तत्काल तलाक की बात नहीं कर सकते. यहां किसी को धमकाने का सवाल नहीं पैदा होता. हम एक दूसरे का प्रेम और सम्मान करते हैं.”