बेंगलुरु। कर्नाटक का सियासी नाटक फिर से दिलचस्प हो गया है. मंगलवार सुबह तक बीजेपी के लिए सत्ता का रास्ता आसान दिख रहा था लेकिन शाम होते-होते स्पीकर का एक बयान आया, और कुमारस्वामी सरकार की जान में जान आ गई. स्पीकर को 8 विधायकों का इस्तीफा सही ढंग से नहीं मिला, स्पीकर को सिर्फ 5 इस्तीफे ही सही फॉर्मेट में मिले हैं. स्पीकर ने 3 विधायकों को 12 और 2 विधायकों को 15 जुलाई को बुलाया है.
स्पीकर के इस फैसले से कुमारस्वामी को सरकार बचाने के लिए वक्त तो मिला लेकिन परेशानी और भी है. मंगलवार को जब कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई तो नौ विधायक गैर-मौजूद रहे. सात ने तो पहले से ही ना आने की वजह बताई थी लेकिन बाकी के दो विधायकों के इस्तीफे की खबर भी ज़ोर पकड़ने की लगी है.
सरकार बचाने की कोशिश दिल्ली से भी हो रही है. पार्टी ने गुलाम नबी आजाद और बीके हरिप्रसाद को बेंगलुरू भेजा है. लेकिन बीजेपी मौका छोड़ना नहीं चाहती और लगातार प्रदर्शन करते हुए हालात पर हावी होने की कोशिश में है. सूत्र बता रहे हैं कि येदियुरप्पा आज राजभवन में राज्यपाल वजूभाई वाला से मुलाकात कर सकते हैं.
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के विधायक रोशन बेग ने भी इस्तीफा दे दिया है. अब इस्तीफों की कुल संख्या 14 हो चुकी है. दो निर्दलीय विधायक भी सरकार के साथ नहीं. लेकिन सवाल है कि क्या स्पीकर के फैसले से मिले वक्त के बीच कुमारस्वामी और कांग्रेस अपने-अपने विधायकों को बचा पाएंगे.