किसी को भी उम्मीद नहीं होगी कि एमएस धोनी जैसा फिनिशर आखिरी गेंद पर दो रन बनीं बना सकेगा, वह भी उमेश यादव की गेंद पर. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें सीजन में बेंगलुरू-चेन्नई मैच में यही हुआ और चेन्नई की टीम को एक रन से हार मिली और बेंगलुरू के प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को सांसे. इस पूरे मैच का सार यही था, लेकिन फैंस ने अपने मीम्स से यह जता दिया कि उन्हें बात हजम नहीं हुई. इसके अलावा फैंस ने विराट कोहली को भी अपने अंदाज में निशाने पर लिया.
यूं ही रोमांचक बन गया मैच
मैच कुछ खास था नहीं लेकिन ऐसा लगा कि यह जबरन में ही रोमांचक बना दिया गया. पहले विराट की टीम केवल 161 रन बना सकी वह भी अपने घर की ही पिच पर जो बल्लेबाजों के लिए स्वर्ग मानी जाती है. इसी पिच पर विराट और डिविलियर्स नहीं चले. यही हाल चेन्नई के धुरंधरों का भी हुआ पर धोनी ने इस मैच को अपने मुताबिक ढालने की कसम ही खा रखी थी, लेकिन ऐन मौके पर वे चूक गए.
आखिरी ओवर में छह गेदों पर 26 रन की जररूत, कोई भी बोलिंग टीम के पक्ष में ही जाएगा. लेकिन फिर पांच गेंदों पर 24 रन बनने के बाद तो एक गेंद पर दो रन बनाना तो स्वाभाविक था, लेकिन यह कमाल हो न सका. ये छह की छह गेंद धोनी ने ही खेली. आखिरी भी उन्हें ही खेलनी थी, लेकिन जो हुआ उस पर किसी को यकीन नहीं हुआ. फैंस को यह मजाक ही लगा.
धोनी के अलावा पूरी टीम फेल
इस मैच में धोनी ने 48 गेंदों पर 84 रनों की पारी खेली. यानि 160 रनों में आधे रन तो खुद धोनी ही बना गए. बाकी टीम ने 96 रनों में तो टीम ने 7 विकेट भी गंवा दिया और आखिरी गेंद पर एक रन आउट भी. फॉफ डु प्लेसिस, शेन वाटसन, सुरेश रैना, अंबाती रायडू, केदार जाधव, ड्वेन ब्रावो, रवींद्र जडेजा जैसे दिग्गज फेल हो गए. इसे भी फैंस ने इस अंदाज में बयां किया.
चमत्कार ने ही दिलाई जीत
विराट कोहली के लिए तो यह एक अविश्वस्नीय जीत थी. विराट की टीम के लिए तो वैसे भी इस टूर्नामेंट में 161 रनों का बचाव मुश्किल ही रहा है. डेल स्टेन के आने से उम्मीद थी कि कुछ बेहतर होगा, लेकिन चमत्कार ने ही टीम को जिताया इसमें कोई शक नहीं. टीम की जीत से उसके प्लेऑफ में पहुंचने की संभावना बनी हुई हैं. इस पर फैंस ने कुछ इस तरह से रिएक्शन्स दिए.
काफी अगर-मगर का पार करना है विराट को अब
अब बेंगलुरू को बुधवार को पंजाब के खिलाफ मैच खेलना है. इस जीत से टीम में उत्साह तो होगा, लेकिन टीम की जीत में किस्मत का ज्यादा हाथ था. लेकिन हर मैच किस्मत के भरोसे नहीं जीता जा सकता. विराट को अब न केवल बाकी मैच जीतने हैं, लेकिन बड़े अंतर से भी जीतने हैं. काफी अगर मगर को अगर विराट पार कर सके तो ही प्लेऑफ में टीम पहंच पाएगी. वरना फिलहाल तो टीम प्लेऑफ की दौड़ से बाहर सी ही है.