न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के चौथे मैच में टीम इंडिया को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. न्यूजीलैंड ने इस मैच को अपने नाम कर भारत के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज में जीत का खाता खोला. मेजबान टीम ने सेडन पार्क में खेले गए चौथे वनडे मैच में भारत को आठ विकेट से हरा दिया. न्यूजीलैंड ने 212 गेंदें शेष रहते हुए मेजबान टीम को हराकर पांच मैचों की सीरीज में अपनी जीत का खाता खोला.
भारतीय टीम ने हालांकि, पहले तीन मैचों में जीत हासिल कर इस सीरीज में अजेय बढ़त बना रखी है लेकिन चौथे वनडे मैच में मिली हार शेष बची गेंदों की संख्या के मामले में भारत की सबसे बड़ी हार है. भारत को इससे पहले, 2010 में शेष गेंदों के लिहाज से सबसे बड़ी हार मिली थी. श्रीलंका ने दाम्बुला में खेले गए मैच में भारत को 209 गेंदे शेष रहते हुए आठ विकेट से हराया था लेकिन अब न्यूजीलैंड के खिलाफ हेमिल्टन में मिली हार शेष गेंदों के लिहाज से उसकी वनडे क्रिकेट में सबसे बड़ी हार है.
न्यूजीलैंड ने भारत की ओर से मिले 93 रनों के लक्ष्य को केवल 14.4 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया. ऐसे में इस मैच में 212 गेंदें शेष बच गईं. मेजबान टीम ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का आमंत्रण दिया था और ट्रैंट बोल्ट (5/21) एवं कोलिन ग्रैंडहोम (3/26) की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर उसकी पारी 92 रनों पर ही समेट दी.
अपने सातवें न्यूनतम स्कोर पर आउट हुई टीम इंडिया
भारत 30.5 ओवर ही खेल सका और वनडे मैचों में अपने सातवें न्यूनतम स्कोर पर ऑल आउट होने पर मजबूर हुआ. इसके बाद, इस आसान से लक्ष्य को हासिल करने उतरी न्यूजीलैंड ने 14 के स्कोर पर मार्टिन गुप्टिल (14) के रूप में अपना पहला विकेट गंवाया. उन्हें भुवनेश्वर कुमार ने हार्दिक पांड्या के हाथों कैच आउट करवाया.
गुप्टिल के आउट होने के बाद कप्तान केन विलियम्सन (11) ने दूसरे विकेट के लिए हैनरी निकोल्स (नाबाद 30) के साथ 25 रन ही जोड़े थे कि विलियम्सन 39 के स्कोर पर भुवनेश्वर की गेंद पर विकेट के पीछे खड़े दिनेश कार्तिक के हाथों लपके गए.
निकोल्स ने इसके बाद, रॉस टेलर (नाबाद 37) के साथ नाबाद 54 रनों की शानदार अर्धशतकीय साझेदारी की और बिना कोई और नुकसान किए न्यूजीलैंड को उसके लक्ष्य तक पहुंचाया.
बोल्ट के तूफान में उड़ी टीम इंडिया
ट्रेंट बोल्ट (5/21) और कोलिन ग्रैंडहोम (3/26) की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम ने गुरुवार को सेडन पार्क मैदान पर जारी चौथे वनडे मुकाबले में भारतीय पारी को 92 रनों पर समेट दिया. भारत 30.5 ओवर ही खेल सका और वनडे मैचों में अपने सातवें न्यूनतम स्कोर पर आल आउट होने पर मजबूर हुआ.
इस मैच में एक समय भारत ने 40 रन पर अपने सात विकेट गंवा दिए थे. उस पर अपने अब तक के न्यूनतम स्कोर 54 रनों पर आउट होने का खतरा मंडरा रहा था लेकिन हार्दिक पांड्या ने 16 रनों की संक्षिप्त किंतु तेज पारी खेल कर उस पर से यह संकट टाल दिया.
कुलदीप-चहल ने बचाया टीम इंडिया को एक शर्मनाक रिकॉर्ड से
भारत की ओर से युजवेंद्र चहल ने सबसे अधिक नाबाद 18 रन बनाए और उसके सात बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं पार कर सके. हार्दिक और चहल के अलावा कुलदीप यादव ने भी 15 रन बनाए. कुलदीप और चहल ने नौवें विकेट के लिए 25 रनों की साझेदारी निभाई. 55 पर 8 विकेट गंवाने के बाद टीम इंडिया का स्कोर उसका न्यूनतम दूसरा स्कोर था. लेकिन कुलदीप और चहल की साझेदरी ने टीम का स्कोर 80 कर दिया जिससे यह उसका पांचवा न्यूनतम स्कोर हो गया.
भारत की ओर से कप्तान रोहित शर्मा (7), शिखर धवन (13) और अपना पहला मैच खेल रहे शुभमन गिल ने नौ रन बनाए जबकि अंबाती रायडू और दिनेश कार्तिक खाता तक नहीं खोल सके. केदार जाधव और भुवनेश्वर कुमार ने एक-एक रन बनाया जबकि खलील अहमद पांच ही रन बना सके. बोल्ट और ग्रैंडहोम के अलावा कीवी टीम की ओर से जेम्स नीशम और टीडी एस्टल ने एक-एक सफलता पाई.
पांच मैचों की सीरीज में भारत अभी 3-0 से आगे है.