लखनऊ। चंबल में आज भी डकैतों पर फिल्म बन रही है और हम चंबल के लोग हैं. हमें तब अच्छा लगता जब चोर की जगह हमें डकैत कहते हैं, अब जनता तय करेगी डकैत कौन है. ये बातें कहने वाला कोई आम इंसान नहीं, बल्कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हैं. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जनेश्वर मिश्र की पुण्यतिथि के मौके पर मंगलवार को राजधानी लखनऊ स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क पहुंचे और उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी.
इस मौके पर अखिलेश यादव मीडिया से भी रूबरू हुए. उन्होंने कहा कि आज हम सब समाजवादी लोग जनेश्वर मिश्र पार्क में इकट्ठा हुए हैं, आज जनेश्वर मिश्र की पुण्यतिथि है, किसी न किसी रूप में समाजवादी लोग जनेश्वर मिश्र को याद करते हैं. आज जरूरत है उनके सिद्धांतों को मानने की. जो सिद्धांत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने दिए थे उसको लेकर राम मनोहर लोहिया आगे बढ़े और उसको ही जनेश्वर मिश्र ने आगे बढ़ाया.
आज जनेश्वर मिश्रा की पुण्यतिथि के मौके पर समाजवादी लोग ये संकल्प लेते हैं कि समाजवादी आंदोलन को और आगे बढ़ाएंगे. समाजवादी आंदोलन के माध्यम से ही किसान गरीब नौजवान मजदूर और खुशहाल हो सकते हैं. आज हर एक संस्था पर संकट है लोकतंत्र में लोग आवाज नहीं उठा पा रहे हैं क्योंकि हर एक संस्था पर सरकार पहरा लगा देने का काम कर रही है.
जो कम बोलेगा वह चुनाव जीतेगा
शिवपाल यादव के नेताजी के अयोध्या में गोली चलाए जाने के आदेश के बयान को लेकर कहा कि जो कम बोलेगा वह चुनाव जीतेगा. कुंभ इसलिए सफल होता है कि लोग वहां मौन होकर आते हैं और चुपचाप चले जाते हैं. अगर यूपी और देश का चुनाव जीतना है तो मौन रहना होगा, बीजेपी को मौन रहकर हराया जा सकता है.
EVM को लेकर भड़के
बीजेपी के लोगों ने जाति का जहर ऐसा घोला है कि एक दूसरे पर लोगों ने भरोसा करना छोड़ दिया है. बीजेपी ने पहले भाईचारा खत्म किया है और अब लोकतंत्र खत्म कर रही है. ईवीएम के मुद्दे पर कहा कि हम समाजवादियों ने पहले ही कहा था अगर टेक्नोलॉजी में सबसे कोई सुपीरियर देश है तो वो जापान है, साइंस के हर क्षेत्र में जापान आगे हैं. आखिर क्यों जापान जैसा विकसित देश अपने चुनाव में ईवीएम जैसी मशीनों को प्रयोग क्यों नहीं करता है ये सबसे बड़ा सवाल है.
130 करोड़ लोगों में ये सवाल जाना चाहिए कि जब ईवीएम पर जापान को भरोसा नहीं है तो हम लोग कैसे कर लें. आवारा गोवंश को लेकर कहा कि जब लोकतंत्र बचेगा तभी तो गाय बचेगी. वाराणसी में सांड ने प्रधानमंत्री का रास्ता रोका था. सीएम योगी की नई पेंशन व्यवस्था पर कहा कि आपका दिल बड़ा है आप खुद साधु-संत हैं, हम तो कह रहे है कि साधु-संतों को 20,000 से कम पेंशन ना दें. ये जो परंपरा शुरू कर रहे हैं इसके बाद न जाने कितने लोग बाबा बन जाएंगे.