प्रयागराज/लखनऊ। 2019 की शुरुआत होते ही देशभर में लोकसभा चुनावों की सुगबुगाहट तेज हो गई है. एक तरफ लोकसभा चुनाव है तो दूसरी तरफ हर साधु, संत और राजनेता बीजेपी को राम मंदिर मुद्दे पर घेरने में लगे हुए हैं. कुंभ में राम मंदिर का मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा कि बीजेपी की मंशा राम मंदिर बनाने की नहीं है.
कुंभ के बाद अयोध्या में मिलेंगे साधु और संत
उन्होंने कहा कि कुंभ मेले की समाप्ति के बाद, हमने फैसला किया है कि सभी संत अयोध्या में मिलेंगे और राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा. नरेंद्र गिरी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी राम मंदिर के निर्माण में दिलचस्पी इसलिए नहीं ले रही है, क्योंकि वह इस मुद्दे को हर चुनाव के लिए जीवित रखना चाह रही है.
विहिप भी जता चुका है नाराजगी
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बाद अब विश्व हिन्दू परिषद ने भी मोदी सरकार के खिलाफ खुलकर अपनी नाराजगी जताई थी. वीएचपी ने कहा था कि मोदी सरकार के मौजूदा कार्यकाल में मंदिर निर्माण का काम शुरू होने की कोई उम्मीद नहीं बची है.
वहीं, इस मुद्दे पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह-सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा था कि 2025 में अगला कुंभ होने के समय तक राम मंदिर का निर्माण हो जाएगा. उन्होंने कहा था कि छह साल बाद 2025 में जब फिर से कुंभ लगेगा, तब तक राम मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा और राष्ट्र समृद्धि की ओर बढ़ेगा.’’ उन्होंने राम मंदिर को भारत का राष्ट्रीय गौरव भी बताया.