नई दिल्ली। लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के अध्यक्ष रामविलास पासवान इन दिनों सवर्ण आरक्षण को लेकर विपक्ष के निशाने का केंद्र बने हुए हैं. वहीं, रामविलास पासवान भी लगातार विपक्ष खासकर आरजेडी पर हमला बोल रहे हैं. वहीं, अब रामविलास पासवान ने आरजेडी सांसदों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने सदन में मेरे खिलाफ असंसदीय भाषा का प्रयोग किया है.
रामविलास पासवान ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि सामान्य श्रेणी के गरीबों के लिए आरक्षण से जुड़े विधेयक पर राज्यसभा में बहस के दौरान राजद सांसद मीसा भारती और मनोज झा ने उनके खिलाफ ‘अभद्र और असंसदीय’ भाषा का इस्तेमाल किया.
पासवान ने इस बारे में आरजेडी पर हमला बोलते हुए कई ट्वीट किए हैं. उन्होंने कहा, ‘मेरे विधेयक का समर्थन करने के बाद नौ जनवरी को राज्यसभा में बहस के दौरान राजद सांसद मीसा भारती और मनोज झा ने मेरे खिलाफ अभद्र और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया.’
वहीं, उन्होंने आरजेडी की दोहरी प्रतिक्रिया पर भी कहा, ‘आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह आर्थिक आधार पर आरक्षण विधेयक का लोक सभा एवं राज्य सभा में राजद द्वारा विरोध करने को भूल मानते है, दूसरी ओर बिहार में राजद एवं विरोधी दल के नेता विरोध को सही मानते है.’
उन्होंने आरजेडी के बयान बदलने को लेकर कहा, ‘आरजेडी अब जो कहे संसद के वोटिंग रिकॉर्ड में सदा के लिए दर्ज हो गया कि राजद आर्थिक दृष्टिकोण से गरीब वर्ग के आरक्षण का विरोधी हैं.’
हालांकि, इस मुद्दे पर लालू प्रसाद की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनता दल के दो सांसदों के ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
पासवान ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस एक तरफ सामान्य वर्ग के गरीब लोगों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण का समर्थन करती है और दूसरी ओर आर्थिक आधार पर आरक्षण के घोर विरोधी राष्ट्रीय जनता दल का बिहार में समर्थन करती है.
उन्होंने राजद पर भी हमला करते हुये कहा कि वह एक समय में दो नावों की सवारी कर रहा है. वह बिहार में कांग्रेस के साथ है और उत्तर प्रदेश में सपा बसपा के साथ.
उन्होंने कहा, ‘आगामी लोकसभा चुनाव में जनता को तय करना है कि केंद्र में मजबूत सरकार चाहिए या मजबूर सरकार.’