नई दिल्ली। देश में खेलों को प्रोत्साहन देने वाली महत्वपूर्ण संस्था भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के प्रशासनिक दफ्तर पर सीबीआई ने छापेमारी कर डायरेक्टर समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने दिल्ली के लोधी रोड स्थित SAI के दफ्तर में गुरुवार शाम को यह कार्रवाई की. सूत्रों के मुताबिक प्राधिकरण के कुछ अधिकारियों के खिलाफ काम के बदले रिश्वत मांगने का आरोप था.
भारत में खेलों से जुड़ी एक बड़ी संस्था के अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई की इस बड़ी कार्रवाई में भारतीय खेल प्राधिकरण के डायरेक्टर एस. के. शर्मा, जूनियर अकाउंट ऑफिसर हरिंदर प्रसाद, सुपरवाइजर ललित जॉली और यूडीसी वीके शर्मा समेत एक निजी ठेकेदार मनदीप आहूजा और उनके एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि 19 लाख रुपये के बिल प्राधिकरण के अधिकारियों को क्लियर करना था जिसके एवज में 3 प्रतिशत का कमीशन मांगा गया था.
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई की टीम गुरुवार शाम 5 बजे जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण के मुख्यालय पहुंची और पूरे परिसर को सील कर दिया. यह छापेमारी SAI की महानिदेशक नीलम कपूर द्वारा यह मामला सीबीआई के समक्ष उठाए जाने के बाद की गई है. नीलम कपूर के सामने यह मामला 6 महीने पहले आया था, तब उन्होंने इसके बारे में खेल मंत्री को अवगत कराया था और मंत्री के आग्रह पर महानिदेशक ने सीबीआई को लिखा.
आरोपी अधिकारियों पर कार्यालय की सभी स्टेशनरी खरीदने की जिम्मेदारी थी, और वे प्राधिकरण के दफ्तरों के लिए आवश्यक सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और फर्नीचर के निविदाओं का काम देख रहे थे. सूत्रों के मुताबिक SAI में यह अनियमितता साल भर से ज्यादा समय से चल रही थी.
गौरतलब है कि भारतीय खेल प्राधिकरण की स्थापना 34 वर्ष पहले 1984 में की गई थी. युवा और खेल मंत्रालय के अधीन प्राधिकरण का कार्य भारत में खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए विभिन्न गतिविधियों और योजनाओं का क्रियान्वयन करना है. SAI के अंतर्गत 2 खेल शैक्षिणिक संस्थान, 10 क्षेत्रीय केंद्र, 14 सेंटर ऑफ एक्सिलेंसी, 56 ट्रेनिंग सेंटर और 20 स्पेशल एरिया गेम्स हैं.