लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उत्तरप्रदेश में अवैध खनन के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है. इडी ने बी चंद्रकला समेत अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. अब ईडी पीएमएलए के तहत जांच करेगा. जांच की आंच अखिलेश यादव तक भी पहुंच सकती है.
बता दें कि इस सिलसिले में धनशोधन का मामला दर्ज किया गया है. सीबीआई ने हाल में इस सिलसिले में आपराधिक मामला दर्ज किया था और कहा था कि वह पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कुछ नौकरशाहों की भूमिका की जांच कर रही है.
अधिकारियों ने बताया कि ईडी ने धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया और सीबीआई द्वारा नामजद लोगों पर आरोप तय किये हैं. ईडी अब इस मामले में धन के लेन-देन का पता लगा रही है और देख रही है कि क्या इन मामलों में रिश्चत के रूप में कथित तौर पर प्राप्त अवैध धन को आरोपियों ने तो अवैध से वैध धन तो नहीं बनाया है.
ईडी जल्द ही आरोपियों को पूछताछ के लिए समन कर सकती है. सीबीआई ने इस महीने की शुरुआत में 11 लोगों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में 14 स्थानों पर छापेमारी की थी. इसने 2012-16 के दौरान हमीरपुर जिले में अवैध खनन की जांच के सिलसिले में छापेमारी की. जिन लोगों पर सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज की है उनमें आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला, समाजवादी पार्टी के विधान परिषद् के सदस्य रमेश कुमार मिश्रा और संजीव दीक्षित (दीक्षित ने बसपा टिकट पर 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ा और हार गए) शामिल हैं.