नई दिल्ली। दिसंबर में महंगाई दर में राहत मिलने के बाद, जल्द ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया आपके होम लोन की EMI कम करने की दिशा में कदम उठ सकता है. फरवरी में होने वाली मॉनटरिंग पॉलिसी में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ब्याज दरों में कुछ राहत दे सकता है. ये लगातार पांचवा महीना है जब खुदरा महंगाई RBI के अनुमानित लक्ष्य 4 फीसदी से नीचे रही है.
इंडस्ट्री की मांग, तुरंत घटे ब्याज
गुरुवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने फिक्की, एसोचैम, CII के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में उदय कोटक, आदि गोदरेज, बीके गोयनका, चंद्रजीत बनर्जी जैसे बड़े दिग्गज मौजूद थे. इंडस्ट्री के दिग्गजों ने कहा कि ब्याज दरों में तुरंत 25 बेसिस प्वाइंट यानि 0.25% की राहत मिलनी चाहिए. ये भी तय किया गया कि हर 3 महीने में इंडस्ट्री अपना इनपुट रिजर्व बैंक को देगी. इस दौरान रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक्सपोर्टर्स और एमएसएमई सेक्टर की दिक्कतों को को दूर करने के लिए सुझाव भी मांगे. इंडस्ट्री ने बाजार में लिक्विडिटी की दिक्कत को दूर करने की गुजारिश भी रिजर्व बैंक गवर्नर से की. फिक्की प्रेसिडेंट संदीप सोमानी ने जी मीडिया ने को बताया कि गवर्नर ने भरोसा दिया है कि लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए रिजर्व बैंक सभी तरह के कदम उठा रहा है.
अभी कितनी हैं ब्याज दरें?
भारतीय रिजर्व बैंक की दिसंबर में हुई मॉनिटरिंग पॉलिसी की बैठक में रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया गया था. रेपो दर 6.5 फीसदी पर बरकरार थी, जबकि रिवर्स रेपो रेट भी 6.25 फीसदी पर ही बरकरार रहा.