रणजी ट्रॉफी में बिहार का सफर समाप्त हो गया. मणिपुर पर जीत के बावजूद बिहार की टीम रणजी ट्रॉफी में आगे नहीं बढ़ सकी. ट्रॉफी के इस सत्र में बिहार के गेंदबाज आशुतोष अमन ने अपनी सफलता का ऐसा परचम लहराया कि पुराने रिकॉर्ड भी ध्वस्त हो गए. आशुतोष अमन ने इस रणजी सत्र में 68 विकेट लिए जो किसी भी रणजी सत्र में एक खिलाड़ी की तरफ से लिए गए रिकॉर्ड को पीछे छोड़ गया जो इससे पहले भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी के नाम था.
बेदी ने साल 1974-75 में 64 विकेट हासिल किए थे. इसका रिकॉर्ड अब बिहार के गेंदबाज आशुतोष अमन ने तोड़ा. जी मीडिया से बातचीत में आशुतोष अमन ने कहा कि बिशन सिंह बेदी से तुलना नहीं की जा सकती लेकिन उहोंने बेदी को हमेशा फ़ॉलो किया. अमन ने इस सीजन की 14 पारियों में 6.48 के औसत से 68 विकेट लेकर 44 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा. अमन से पहले यह रिकॉर्ड भारत के महान स्पिनर बिशन सिंह बेदी के नाम था. बेदी ने साल 1974-75 में 64 विकेट लेकर यह रिकॉर्ड बनाया था.
अमन, जो भारतीय एअर फोर्स के कर्मचारी हैं, ने रणजी ट्रॉफी में बिहार और मणिपुर के बीच हुए मैच में सात विकेट लेने के साथ सीजन खत्म किया. इस तरह उनके खाते में सीजन के कुल 68 विकेट हो गए. अमन ने कहा, मुझे काफी अच्छा महसूस हो रहा है कि मैं रिकॉर्ड तोड़ सका. मैं जानता हूं कि बिशन सर से मेरी कोई तुलना नहीं हो सकती, वे महान हैं और रहेंगे. मेरे लिए यह उपलब्धि हासिल करना ही बड़ी बात है. मैंने कभी सोचा नहीं था कि मैं टीम का कप्तान बनूंगा या इतने विकेट ले पाउंगा. मेरी प्राथमिकता यही थी कि इस सीजन में टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करूं. मैं सोच रहा था कि 40 विकेट और बल्ले से कुछ रन बना लूं तो यह सीजन अच्छा होगा.”
आशुतोष को उनके साथियों ने रिकॉर्ड के बारे में तब बताया जब ने 50 विकेट लेने वाले थे. तब दो रणजी मैच टीम को और खेलना था. आशुतोष को तब लगने लगा था कि वे चार पारियों में इस मुकाम पर पहुंच सकते हैं.