4 साल में भारत ने दबोचे 16 भगोड़े अपराधी, अब बारी विजय माल्या और नीरव मोदी की

नई दिल्ली। भगोड़े अपराधियों को भारत लाने के लिए केंद्र सरकार के प्रयास लगातार जारी हैं. बीते चार वर्षों में 16 भगोड़े अपराधियों को भारत लाया गया है. वहीं, 2018 में पांच भगोड़ों को प्रत्यर्पण कर देश लाया गया. इन पांच भगोड़ों में तीन भारतीय, एक रोमानियन और एक ब्रिटिश (क्रिश्चियन मिशेल) है. बता दें कि अगस्ता वेस्टलैंड (Agusta Westland Case) वीवीआइपी हेलीकॉप्टर सौदा मामले में कथित बिचौलिया क्रिश्चियन मिशेल भी इसी वर्ष भारत लाया गया था.

2015 में सर्वाधिक 6 भगोड़े को वापस लाया गया
विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए यह जानकारी साझा की. उन्होंने बीते चार सालों में 2015 वह वर्ष था जिसमें सबसे ज्यादा छह भगोड़ों को वापस भारत लाया गया. इन छह लोगों में प्रतिबंधित संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (ULFA) के जनरल सेकेट्री अनूप चेतिया को बांग्लादेश से लाना शामिल है. उन्होंने बताया कि 2016 में चार भगोड़ों को वापस लाया गया, जबकि 2017 में जॉब स्कैम रैकेट में शामिल सुल्तान अबूबकर कादिर को सिंगापुर से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया.

भारत ने विदेशी सरकारों को भेजे 132 प्रत्यर्पण अनुरोध
कुल मिलाकर बीते चार वर्षों में भारत को विदेशों से 43 प्रत्यर्पण अनुरोध मिले है. वहीं, भारत ने विदेशी सरकारों को 132 प्रत्यर्पण अनुरोध भेजे हैं. भारत ने पिछले चार वर्षों में चार देशों- अफगिस्तान, लिथुआनिया, मलावी और मोरक्को के साथ प्रत्यर्पण संधियों पर हस्ताक्षर किए है. भारत नीरव मोदी के प्रत्यर्पण को लेकर ब्रिटेन पर दबाव बना रहा है. अगस्त, 2018 में भारत ने लंदन को नीरव मोदी को प्रत्यर्पित कराने के लिए दो प्रत्यर्पण अनुरोध भेजे थे. इनमें से एक सीबीआई और दूसरा प्रवर्तन निदेशालय ने भेजा था. विदेश मंत्रालय के अनुसार, प्रत्यर्पण अनुरोधों पर ब्रिटेन की अधिकारी विचार कर रहे हैं.

नीरव मोदी और विजय माल्या पर कस रहा है शिकंजा
सिंह ने बताया कि नेशनल सेंट्रल ब्यूरो मैनचेस्टर के इनवेस्टीगेटर ने ब्रिटेन में नीरव मोदी के ठिकानों का पता लगाया था. इसके बाद उसने इसकी जानकारी भारत की जांच संस्थाओं और सरकार को दी थी. उन्होंने कहा कि अन्य देशों से प्रत्यर्पण मामलों पर हमें पूरा सहयोग मिल रहा है. भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर भी भारत को ब्रिटेन से सकारात्मक रुख मिला है. इस मामले को ब्रिटिश अदालत ने आगे बढ़ा दिया है. अब यह मामला ब्रिटेन के गृह सचिव साजिद जाविद के सामने जाएगा, जिनके पास प्रत्यर्पण का औपचारिक आदेश देने की पावर है.

तीन विदेशी नागरिकों का हुआ प्रत्यर्पण
बता दें कि बीती चार दिसंबर को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से अगस्ता वेस्टलैंड मामले के एक ब्रिटिश नागरिक और कथित बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल जेम्स को भारत को लाया गया था. दिलचस्प बात यह है कि क्रिश्चियन मिशेल पिछले चार वर्षों में भारत लाया जाने वाला एकमात्र विदेशी नागरिक नहीं है. भारत वापस लाए गए 16 लोगों में से तीन विदेशी नागरिक थे. इसमें क्रिश्चियन मिशेल (ब्रिटिश), इयोनत एलेक्जेंड्रू मैरिनोउ (रोमानियन) और विली नरूनार्टवानी (थाई) शामिल है.

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