रोजर बिन्नी ने उठाए चयनकर्ताओं पर सवाल, कहा- टीम चुनने वालों की योग्यता भी तय हो

टीम इंडिया का चुनाव करने वाले बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) के चयनकर्ता इन दिनों पूर्व क्रिकेटरों के निशाने पर है. हाल ही में सुनील गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया दौरे (India vs Australia) के लिए ज्यादा खिलाड़ी चुनने के लिए चयनकर्ताओं पर सवाल उठाए थे. अब गावस्कर के साथ खेल चुके रोजर बिन्नी ने चयनकर्ताओं की योग्यता पर ही सवाल उठा दिए हैं. बिन्‍नी के निशाने पर वे लोग हैं, जिन्‍हें अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट का ज्‍यादा अनुभव नहीं है, लेकिन वे चयन समिति के सदस्‍य हैं.

रोजर बिन्‍नी 1983 में कपिल देव की कप्‍तानी में वर्ल्‍ड कप जीतने वाली टीम के सदस्‍य रहे हैं. उन्होंने 1983 के विश्व कप में सबसे अधिक 18 विकेट झटके थे. रोजर बिन्नी संन्‍यास लेने के बाद वे अंडर 19 टीम के साथ जुड़े. इसके अलावा कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन में रहे. बंगाल रणजी टीम के कोच रहे और सिलेक्‍शन कमेटी में भी रह चुके हैं. उनके बेटे स्टुअर्ट बिन्नी भी क्रिकेटर हैं. स्टुअर्ट भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेल चुके हैं और फिलहाल वे आईपीएल की फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स की टीम में शामिल हैं.

27 टेस्ट और 72 वनडे मैच खेल चुके रोजर बिन्‍नी ने शुक्रवार को कहा,‘ मुझे लगता है कि बीसीसीआई को अच्‍छे चयनकर्ताओं का चयन करना चाहिए. आपको चयनकर्ताओं के लिए कुछ तो योग्‍यता निर्धारित करनी होगी. कम से कम 20 टेस्‍ट मैच खेलने वाले खिलाड़ी ही चयन समिति में चुन जाएं. चयनकर्ता को खुद अच्‍छा टेस्ट क्रिकेटर होना चाहिए. अगर ऐसा होता, तभी टीम मैनेजमेंट या कप्‍तान उस पर अपनी मर्जी नहीं थोप पाएंगे.’

हाल के दिनों में टीम इंडिया में कई खिलाडि़यों के चयन पर सवालिया निशान उठते रहे हैं. कई बार टीम मैनेजमेंट के पसंदीदा खिलाडि़यों के चयन पर भी सवाल उठे हैं. चयन समिति में मुख्‍य चयनकर्ता एमएस के प्रसाद, देवांग गांधी और शरणदीप सिंह ऐसे सदस्‍यों में शामिल हैं जिनके पास 10 से भी 10 से भी कम टेस्‍ट मैच खेलने का अनुभव है.

रोजर बिन्नी का यह बयान उस वक्त आया है, जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज खेल रही है. दोनों टीमें चार मैचों की सीरीज में एक-एक मैच जीतकर बराबरी पर हैं. तीसरा टेस्ट मैच 26 दिसंबर से मेलबर्न में खेला जाएगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *