भारत-पाक सीमा से महज 600-700 मीटर की दूरी पर पाकिस्‍तान चल रहा यह नई ‘चाल’

नई दिल्‍ली। जम्मू से सटी भारत-पाकिस्तान सीमा पर पाकिस्तान की नई साजिश का खुलासा हुआ है. बॉर्डर सिक्‍योरिटी फोर्स यानि बीएसएफ ने गृह मंत्रालय को भेजी एक खुफिया रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तानी रेंजर्स भारत-पाकिस्तान सीमा के नजदीक सुखमल इलाके में मिट्टी से बने ऊंचे बांध बना रहे है, जिससे वो बीएसएफ की जवाबी कारवाई से अपने बंकर्स और पाकिस्तानी रेंजर्स के जवानों को बचा सके. रिपोर्ट के मुताबिक, इस बांध के जरिये पाकिस्तानी रेंजर्स भारत के खिलाफ बड़ी साजिश को भी अंजाम दे सकते हैं. जानकारी के मुताबिक, ऊंचे बांध की वजह से ऐसे में उनकी हरकतों की जानकारी सीमा पर तैनात बीएसएफ जवानों को नहीं पता लग सकेगी.

सुखमल इलाके में पाकिस्तानी रेंजर्स की पोस्ट हैं और इस इलाके में आए दिन बीएसएफ और पाक रेंजर्स के बीच गोलाबारी होती रहती है. इस साल की शुरुआत में सुखमल पोस्ट के जरिये हुई फायरिंग में एक बीएसएफ जवान शहीद हो गया था, जिसके बाद बीएसएफ ने जवाबी कारवाई में पाकिस्तानी रेंजर्स के 8 जवानों को मार गिराया था. दोनों तरफ से हुई कई घंटों की फायरिंग में बीएसएफ ने सुखमल इलाके में स्थित पाकिस्तानी रेंजर्स की कई पोस्ट को भी तबाह कर दिया था. सीमा पर बीएसएफ पाकिस्तान की तरफ से होने वाली हर हरकत पर नजर रखती है और यही वजह है कि पाकिस्तानी रेजर्स सीमा पर ऊंचे-ऊंचे बांध बनाकर बीएसएफ की ऑबर्जरवेशन पोस्ट से बचना चाहती हैं.

बीएसएफ से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक, सुखमल इलाके में जिस बांध को बनाने में पाकिस्तानी रेंजर्स लगे हुए हैं वो सीमा से महज 600-700 मीटर की दूरी पर है.

हम सीमा पर मौजूद सरकंडा, जोकि एक प्रकार की जंगली झाड़ है, आए दिन उसको साफ करते रहते हैं ताकि हमें सीमा पार होने वाली हर हरकत को हम देख सकें, लेकिन बांध बन जाने से हमें पाकिस्तानी रेंजर्स पर नजर रखने में काफी दिक्कतें आएंगी.

सुरक्षा से जुड़े एक और अधिकारी के मुताबिक, जम्मू के कई इलाकों में अक्सर क्रॉस बॉर्डर फायरिंग होती है. नये बांध बनने से बीएसएफ को पाकिस्तानी पोस्ट पर अचूक कार्रवाई करने में मुश्किल होगी, क्योंकि बांध की वजह से वो ये देख नहीं पाएंगे की पाकिस्तानी रेंजर्स उन पर किधर से फायरिंग कर रहे हैं.

सुखमल और उससे सटे इलाकों में पाकिस्तानी बांध बनाने के साथ-साथ अपने सभी बंकरों को मजबूत करने में भी लगा हुआ है. इन सभी बंकरों को क्रंक्रीट से बनाया जा रहा है और इन बंकरों की छतों को काफी मजबूत किया जा रहा है, जिससे मोर्टार हमले का इन पर असर न हो.

बीएसएफ की रिपोर्ट के मुताबिक, जब सीमा पर पाकिस्तानी रेंजर्स के बांध बनाने की जानकारी बीएसएफ को मिली तो उसने फ्लैग मीटिंग के दौरान पाकिस्तान के इस हरकत का विरोध किया था और जिसके बाद कुछ दिन के लिए पाकिस्तानी रेंजर्स ने बांध का काम रोक दिया था, लेकिन इसके कुछ दिनों बाद ही अब दोबारा बांध बनाने का काम शुरु हो चुका है.

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