ISRO ने बनाया ऐसा गैजेट, तूफान आए या सुनामी, मछुआरों को नहीं होगी हानि

चेन्नई। तमिलनाडु सरकार ने मछुआरों के 80 समूहों को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा विकसित उपग्रह आधारित संचार 200 उपकरण दिये जिससे नाविक समय-समय पर चक्रवात एवं मौसम संबंधी अपडेट से अवगत होते रहेंगे. मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने गहरे समुद्र में मछली पकड़ने का काम करने वाले चेन्नई, नगापत्तनम और कन्याकुमारी से सात मछुआरों को यहां सचिवालय में यह गैजेट वितरित कर इसकी शुरुआत की. अमेरिकी जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) का भारतीय संस्करण माने जाने वाले ‘नाविक’ (भारतीय नौवहन समूह) से लैस संचार उपकरण मछुआरों को वास्तविक समय का अपडेट देंगे. इसरो के अनुसार भारतीय क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली आठ उपग्रहों का समूह है, जिसे ‘नाविक’ नाम दिया गया है.

यह भारत एवं इसके आस-पास के क्षेत्रों की सटीक स्थिति, नौवहन एवं समय की सूचना प्रदान करता है. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी से उपकरण की खासियतों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि गैजेट मुख्य रूप से एक ‘रिसीवर’ है जो अलर्ट मिलने पर बीप की ध्वनि देगा. उन्होंने बताया, ‘‘यह उपकरण साबुन के आकार का एक बक्सा है और इसमें ब्लूटूथ भी लगा है. किसी एंड्रॉयड फोन पर नाविक ऐप डाउनलोड कर अलर्ट पाया जा सकता है.’’

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