पति-पत्नी के बीच अनबन, लड़ाई झगड़े और यहां तक कि जान ले लेने के वाकये भी अक्सर देखने सुनने को मिलते हैं, लेकिन कोई पति पत्नी एक दूसरे के लिए जान ही दे दे, ऐसा थोड़ा कम होता है. पर असम का एक पावर कपल अब ऐसी ही एक वजह से अचानक सुर्खियों में आ गया है
असम के एक आईपीएस अफसर का प्रमोशन हुआ और वो राज्य के होम सेक्रेटरी बन गए. जिंदगी और पेशे में सब कुछ अच्छा चल रहा था. लेकिन अचानक उनकी पत्नी की तबीयत खराब हो जाती है. वो बीमार पड़ जाती है. वो अपनी पत्नी की तिमारदारी के लिए चार महीने की छुट्टी लेते हैं. लेकिन चार महीने बाद अस्पताल में उनकी पत्नी दम तोड़ देती है. इधर उनकी पत्नी दम तोड़ती है और उधर उसी अस्पताल से गोली चलने की एक आवाज़ आती है. इसके बाद पति और पत्नी की अर्थी एक साथ उठती है. ये सच्ची कहानी आपको दहला देगी.
सुर्खियों में आया पावर कपल
पति-पत्नी के बीच अनबन, लड़ाई झगड़े और यहां तक कि जान ले लेने के वाकये भी अक्सर देखने सुनने को मिलते हैं, लेकिन कोई पति पत्नी एक दूसरे के लिए जान ही दे दे, ऐसा थोड़ा कम होता है. पर असम का एक पावर कपल अब ऐसी ही एक वजह से अचानक सुर्खियों में आ गया है. इनमें एक हैं असम के होम और पॉलिटिकल सेक्रेटरी शिलादित्य चेतिया और दूसरी उनकी पत्नी आगोमोनी बोरबरुआ.
पत्नी की मौत के बाद उठाया खौफनाक कदम
आगोमोनी एक लंबे वक्त से कैंसर से जूझ रही थी और मंगलवार तक वो इलाज के लिए एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थी, लेकिन इधर आगोमोनी ने दम तोड़ा और उधर, महज़ दस मिनट के अंदर उनके पति शिलादित्य ने खुद को गोली मार कर जान दे दी. शिलादित्य और आगोमोनी दोनों की ये कहानी बेहद दर्दनाक तो है. साथ ही एक सबक भी है कि हालात कैसे भी क्यों ना हों, जिंदगी से हार कर खुदकुशी कर लेना कभी किसी मसले का हल नहीं हो सकता.
कैंसर से जूझ रही थीं आगोमोनी
40 साल की आगोमोनी पिछले कई महीनों से कैंसर से जूझ रही थीं. उनकी तिमारदारी के लिए ही उनके पति शिलादित्य ने भी अपने काम से छुट्टी ले रखी थी. वो चार महीने से छुट्टी पर थे. लेकिन मंगलवार को आगोमोनी की मौत के साथ ही उन्होंने अपनी भी जिंदगी खत्म कर ली. आगोमोनी नेमकेयर अस्पताल में पिछले दो महीने से भर्ती थी. तीन दिन से उनकी तबीयत काफी खराब हो गई थी. और मंगलवार शाम चार बज कर 25 मिनट पर उन्होंने दम तोड़ दिया.
चेतिया ने ICU के केबिन में किया सुसाइड
पत्नी की मौत के बाद चेतिया आईसीयू में उनके केबिन में गए. उन्होंने अस्पताल के स्टाफ से अपनी पत्नी के लिए प्रार्थना करने के लिए थोड़ी प्राइवेसी की गुजारिश की. लेकिन जैसे ही स्टाफ केबिन से बाहर निकला, अंदर से गोली की आवाज सुनाई पड़ी. फौरन ही अस्पताल के कर्मचारी फिर से केबिन के अंदर गए, लेकिन तब तक अपनी पत्नी के शव के पास शिलादित्य की लाश भी पड़ी थी, उन्होंने अपने सर्विस रिवाल्वर से अपने सिर में गोली मार ली थी.
2009 बैच के IPS अधिकारी थे शिलादित्य चेतिया
शिलादित्य 2009 बैच के IPS अधिकारी थे. वे असम के तिनसुकिया और सोनितपुर जिले में भी एसपी के तौर पर काम कर चुके थे. होम सेक्रेटरी के पद पर तैनात होने से पहले उन्होंने असम पुलिस की चौथी बटालियन के कमांडेंट के रूप में भी काम किया. उन्हें 2015 में स्वतंत्रता दिवस पर वीरता के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक मिला था.
आईपीएस शिलादित्य चेतिया और आगोमोनी बोरबरुआ की 12 मई 2013 को अरेंज्ड मैरिज हुई थी. उन्हें कोई बच्चा नहीं था. शिलादित्य चेतिया की मां और सास का भी कुछ रोज़ पहले ही निधन हुआ था. दोनों ने तेजपुर यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और आगोमोनी अपने यूनिवर्सिटी की टॉपर रह चुकी थी.